
इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में जनपद के होनहारों ने बढ़ाया जिले का मान
पंकज चौबे सिद्धार्थनगर
डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन की समस्त टीम द्वारा इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2025 में प्रतिभाग करके अपनी प्रतिभा से सभी को आश्चर्य चकित कर दिया, जिसमें सिद्धार्थनगर के सिंघेश्वरी इण्टर कॉलेज के होनहार आदर्श मणि त्रिपाठी व कासिम इण्टर कॉलेज के अंजली कन्नौजिया, तनु उपाध्याय व जिला को आर्डिनेटर राजनरायन आदि की साइंस फेस्टिवल में सहभागिता रही।
समस्त प्रतिभागियों ने तमाम क्षेत्रों से जुड़े वैज्ञानिकों एवं इसरो के वर्तमान अध्यक्ष वी० नारायणन से भी मुलाकात करके अपने द्वारा किए गए कार्यों को बताया। इस पर वी० नारायणन द्वारा हर्ष व्यक्त किया गया और समस्त टीम डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन गोरखपुर की सराहना की। इसी दौरान डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन गोरखपुर की टीम द्वारा अपनी स्टॉल्स पर उपस्थित प्रतिभागियों ने रॉकेट्स मॉडल्स के माध्यम से आने वाले आगंतुकों को विस्तार पूर्वक जानकारियों से अवगत कराया एवं चांद, तारों एवं मंदाकिनी को पहचानने की साधारण तरकीबों से भी रूबरू करवाते हुए नक्षत्रों एवं तारामंडलों के बारे में भी बनाए गए मानचित्रों से परिचय प्राप्त करवाया एवं साथ ही एक विशेष प्रकार का 180 अंश का ऑटोमेटीक रॉकेट लॉन्चर जो आने वाले भविष्य में बॉर्डर सुरक्षा में एक अति महत्वपूर्ण योगदान देगा उसका भी प्रदर्शन किया गया जिससे दर्शकों ने जाना कि कैसे एक विशेष ए०आई० आधारित रॉकेट लॉन्चर को प्रयोग करके नो मेन लैंड बॉर्डर एरिया में युद्ध या अन्य अवांछित गतिविधियों के घटित होने पर छड़ भर में सामने आने वाले किसी भी टार्गेट को पिन पॉइंटेड वार किया जाता है। और साथ ही हाइड्रा रॉकेट्स लॉन्चर के माध्यम से दिखाया की पानी की सहायता से रॉकेट्स में थ्रस्ट कैसे उत्पन्न किया जाता है।
अन्य मॉडल्स में एस० एस०एल०वी० रॉकेट एवं अन्य रॉकेट्स मॉडल्स से यह भी प्रदर्शित किया की विभिन्न प्रकार के रॉकेट्स की कार्य प्रणालियां कैसे कार्य करती हैं और किसी भी सैटेलाइट्स एवं पेलोड्स को कैसे अपनी इच्छित कक्षाओं में प्रक्षेपित किया जाता है उसी दौरान स्टॉल पर आए इसरो के पूर्व अध्यक्ष एस० सोमनाथ ने स्टॉल पर आकर के मौजूद डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन की टीम के प्रतिभागियों से रॉकेट्स मोटर्स और किसी अंतरिक्ष यात्री को चन्द्रमा एवं आई०एस०एस० पर मौजूद लगभग ज़ीरो ग्रैविटी में अंतरिक्ष में कैसे पहुंचाया जाता है जैसे आदि प्रश्नोत्तरों के माध्यम से विशेष हौसला अफजाई करते हुए भविष्य के वैज्ञानिकों को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन जैसी और भी संस्थाओं की देश को बहुत जरूरत है जिस से भविष्य के आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त, वराहमिहिर, सुश्रुत, चरक, विक्रम अंबालाल साराभाई एवम् डॉ०ए० पी० जे० अब्दुल कलाम साहब, सतीश धवन जैसे दूरदर्शी वैज्ञानियों की सकारात्मक एवं उच्च सोच से ओत प्रोत महान वैज्ञानिकों के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए नवीन क्षितिजों के साथ अग्रिम भविष्य में नई वैज्ञानिक पीढ़ी तैयार की जा सके, जो भारत को संपूर्ण समर्पित हो और देश को वैज्ञानिक शिक्षा एवं तकनीकी नवाचारों को सतत बढ़ाने में पूर्ववर्ती वैज्ञानिकों की तरह ही देश में अग्रिम सहयोग करें।
इस दौरान डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन की फाउंडर प्रिया यादव ने कहा कि हम डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन के माध्यम से प्रतिभाओं को तलाश कर तराशने के लिए दिन, रात लगे हुए हैं जिस से हमारा देश विज्ञान में नए नए अंतरिक्षिय योगदानों के साथ ही वैज्ञानिक अनुसंधानों की अग्रिम पंक्ति में रहे और प्रायोगिक ज्ञान का दीप अनवरत जलता रहे एवं डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन की को० फाउंडर श्रीमती सरोज ने कहा कि विज्ञान से ही अशिक्षा का अंधियारा मिटाया जा सकता है और नए ज्ञान का सूरज चमकाया जा सकता है जिसकी आज हमारे देश को महती आवश्यकता है, साथ ही डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन के सी०ई० ओ० श्री राहुल व्यास ने कहा कि छोटे छोटे वैज्ञानिक आधारित मॉडल्स से शिक्षा में सुधार एवं नवाचार को प्रेरित करके समाज में अंतरिक्ष विज्ञान को जन जन की भाषा में पहुंचाया जा सकता है जो भविष्य में भारत देश को वैज्ञानिकता के निश्चित परिणाम दे सकते हैं। एवं इसी दौरान डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन के मेंटर खगोलविद अमर पाल सिंह ने कहा कि, सही ज्ञान, सभी समस्याओं का समाधान और यही है विज्ञान और इस दिशा में डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन निश्चित तौर पर लगातार प्रयासरत एवं कार्यरत भी है, जो सामाजिक ताने बाने के लिये अति आवश्यक तत्वों में से एक महत्वपूर्ण पहलू हैं एवं डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन के अलग अलग विषयों के विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमौली, डॉ दिलीप भट्ट (इसरो), डॉ.जयंत जोशी (इसरो), प्रोफेसर मोहर लाल सोलंकी,डॉ. राजेश ठाकुर, डॉ अनूप कुमार सिंह, प्रोफेसर बृजेश दीक्षित आदि ने कहा कि डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन गोरखपुर, एक ऐसा अनूठा फाउंडेशन है जो छोटे छोटे सतत प्रयासों से सभी को जोड़कर के समस्त विधार्थियों एवं आम जनमानस को नित नए अवसर देकर समाज में बड़े- बड़े बदलाब लेकर आ रहा है, इसीलिए इस से जुड़कर कोई भी व्यक्ति वैज्ञानिक दृष्टिकोण को धरातल पर पहुंचा सकता है जो निकट एवं दूर भविष्य की जरूरत है। इस बार के इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2025 जो पंचकूला में आयोजित किया गया।
इस दौरान डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन के प्रयासों से 35 से अधिकत विबिन्न विधार्थियों एवं अन्य प्रतिभागियों ने प्रतिभाग करके विज्ञान के प्रति गोरखपुर के साथ ही पूरे पूर्वांचल क्षेत्र में एक नई अलख जगाने के साथ ही विज्ञान के क्षेत्र में नए द्वार खोले हैं इस कार्यक्रम के दौरान डे एंड नाईट स्पेस फाउंडेशन के सिद्धार्थनगर जिला समन्वयक श्री राज नारायण, आदर्श मणि त्रिपाठी, , तनु उपाध्याय, अंजली व गोरखपुर से अवनीश पाठक आदित्य, अंशिका, आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया।



















