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डीआईजी की कार के सामने दौड़कर गिरी गैंगरेप पीड़िता — बोली “मेरी सुनवाई नहीं हो रही साहब… मेरी जान खतरे में है!”

मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने तत्काल दिलाया न्याय का भरोसा, बुलंदशहर पुलिस पर उठे बड़े सवाल

🚨 UP पुलिस का चौंकाने वाला सच सामने आया!
डीआईजी की कार के सामने दौड़कर गिरी गैंगरेप पीड़िता — बोली “मेरी सुनवाई नहीं हो रही साहब… मेरी जान खतरे में है!”
मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने तत्काल दिलाया न्याय का भरोसा, बुलंदशहर पुलिस पर उठे बड़े सवाल 🚔

बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश पुलिस पर गंभीर सवाल खड़ा करने वाली एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। गैंगरेप पीड़िता, जो कई दिनों से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए न्याय की गुहार लगा रही थी, आखिरकार अपने आंसू और भय से टूटकर बदहवास हालत में डीआईजी मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी की कार के सामने जा गिरी।

पीड़िता बार-बार डीआईजी साहब से मिलने की कोशिश कर रही थी। जहां-जहां डीआईजी जाते — वह भी उनके पीछे-पीछे पहुंच जाती, उम्मीद में कि कोई तो उसकी व्यथा सुनेगा, कोई तो उसकी रक्षा करेगा। लेकिन स्थानीय पुलिस ने उसके मिलने के हर प्रयास को रोकने का प्रयास किया।

पूरा बुलंदशहर पुलिस प्रशासन अलर्ट पर खड़ा था, ताकि वह डीआईजी तक न पहुंच सके। महिला पुलिसकर्मियों ने उसे चारों ओर से घेरकर रोकने की हर कोशिश की, लेकिन उसकी पीड़ा और साहस के आगे पुलिस की दीवार भी टूट गई।

अचानक एक मौका पाकर वह पुलिस घेरा तोड़कर चीखते हुए सड़क पर दौड़ी और सीधे डीआईजी नैथानी की चलती गाड़ी के सामने जा खड़ी हुई।

महिला सिपाहियों ने उसे पकड़ने की पूरी कोशिश की, लेकिन तब तक वह अपने दर्द को आवाज दे चुकी थी।

🔹 पीड़िता की पुकार जिसने सबको झकझोर दिया

डीआईजी साहब ने तुरंत गाड़ी रुकवाई और पीड़िता को बुलाकर उसकी बात सुनी।
रोते हुए उसने बताया—
“साहब, मेरा गैंगरेप हुआ है… दो आरोपी खुले घूम रहे हैं… पुलिस उन्हें पकड़ नहीं रही… मुझे जान से मारने की धमकी मिल रही है।”

यह सुनकर डीआईजी कलानिधि नैथानी ने तत्काल मामले की गंभीरता को समझा और मौके पर ही बुलंदशहर पुलिस को फौरन गिरफ्तारी और सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए।

🔹 पुलिस पर बड़ा सवाल: आरोपी क्यों थे आज़ाद?

पीड़िता की बदहवासी इस बात की गवाही दे रही थी कि स्थानीय पुलिस ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने में ढिलाई बरती।
पूरी घटना ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।

🔹 डीआईजी नैथानी की तत्परता से जगा भरोसा

डीआईजी ने पीड़िता को भरोसा दिलाया कि उसकी जान सुरक्षित रहेगी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
उनकी पहल से पीड़िता पहली बार खुद को सुना हुआ महसूस कर पाई।

यह मामला अब पूरा प्रदेश हिला रहा है — और यह साफ है कि न्याय पाने के लिए एक गैंगरेप पीड़िता को अपनी जान जोखिम में डालकर सड़क पर दौड़ना पड़े — तो व्यवस्था में कहीं न कहीं गंभीर खामियां हैं।

📞 संपर्क: 8217554083

✍️ ALICK SINGH, EDITOR – VANDE BHARAT LIVE TV NEWS

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