

पति ने छीना था मताधिकार, महिला एवं बाल विकास निगम ने दिलाया मतदान का अधिकार
कैमूर।
महिला सशक्तिकरण और अधिकारों की दिशा में कैमूर जिले में एक प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया है। घरेलू हिंसा की शिकार मनोरमा देवी को 11 वर्षों बाद फिर से मतदान का अधिकार मिला।
जानकारी के अनुसार, मनोरमा देवी को उनके पति ने मारपीट कर घर से निकाल दिया था और उन्हें सभी अधिकारों से वंचित कर दिया था, जिसमें मताधिकार भी शामिल था। इस मामले की सूचना कुमारी विनिता गुप्ता, केन्द्र प्रशासक, वन स्टॉप सेंटर द्वारा जिला हब कार्यालय को दी गई।
महिला एवं बाल विकास निगम, कैमूर के संज्ञान में मामला आने के बाद जिला परियोजना प्रबंधक कुमारी प्रियंका राज के निर्देश पर सरफराज नवाज (वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ, DHEW) एवं धीरेंद्र कुमार (लेखा सहायक, DHEW) ने इस पर गंभीर पहल की। उन्होंने मनोरमा देवी का ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड बनवाया।
इसके बाद उप विकास आयुक्त, कैमूर ने स्वयं मनोरमा देवी को उनका वोटर आईडी कार्ड सौंपा। दिनांक 11 नवंबर 2025 को सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनोरमा देवी ने अपने ससुराल ग्राम मुठानी, मोहनिया (कैमूर) में मतदान किया।
मतदान के बाद मनोरमा देवी ने कहा कि “यह मेरे जीवन का सबसे खुशी का पल है।” उन्होंने जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास निगम का हृदय से आभार व्यक्त किया।
यह पहल महिला एवं बाल विकास निगम, कैमूर के लिए एक सराहनीय उपलब्धि मानी जा रही है, जिसने एक पीड़ित महिला को उसका संवैधानिक अधिकार वापस दिलाया।
( कैमुर से अफसार आलम की रीपोर्ट)














