
जिले में दूसरे दिन भी झमाझम बारिश हुई। इसकी वजह से दरी बरॉज का तीन गेट खोलकर 15 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ना पड़ा। शाम को दो गेट से 12286 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। बांगो बांध में भी पानी भराव 85 प्रतिशत पहुंच गया है।
अभी जलस्तर को मेंटेन करने हाइडल पावर प्लांट को 40 घंटे लगातार चलाया जा रहा है। गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक तेज बारिश हुई। 24 घंटे में 38.6 मिली मीटर औसत बारिश रिकार्ड की गई है। सबसे अधिक कटघोरा तहसील में 110 मिली मीटर और पोड़ी उपरोड़ा में 104 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई। पाली में भी 80.4, कोरबा में 20.02, अजगर बहार में 25, दीपका में 25, हरदी बाजार में 29.4 और
पसान में 22 मिली मीटर बारिश हुई है। इसकी वजह से दूसरे दिन नदी-नाले उफान पर रहे। बरॉज का जलस्तर तेजी से बढ़ने पर सुबह तीन गेट को चार-चार फीट खोल दिया था। इससे नदी में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे नीचे नदी का जल स्तर भी बढ़ा हुआ था। सर्वेश्वर एनीकट के ऊपर से पानी बह रहा था। एसडीओ एसएन साय ने बताया कि अभी गेट खुले हुए हैं। रामपुर का छिंदई नाला का जलस्तर कम होने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। तुमान से चिकनी पाली मार्ग पर आवाजाही शुरू हो गई है। हसदेव बांगो परियोजना के कार्यपालन अभियंता एसके तिवारी का कहना है कि बांध में 90 प्रतिशत भराव होने के बाद गेट खोलने पर विचार किया जाएगा। अभी हाइडल प्लांट से पानी छोड़ रहे हैं। तीनों यूनिट से बिजली उत्पादन हो रहा है।
गरज-चमक के साथ बारिश से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई प्रभावित
शुक्रवार रात गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। इसकी वजह से शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई प्रभावित हो गई है। के कई हिस्से में अंधेरा छाया रहा। शहर बिजली बार-बार ट्रिप हो रही थी। जिले में बिजली सप्लाई व्यवस्था बिगड़ी हुई है। इसके कारण लोगों को अंधेरे में रहना पड़
रहा है। शाम को तेज हवा और गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हुई। इसके बाद बिजली बंद हो गई। पाली नगर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी 2 से 3 घंटे तक बिजली सप्लाई प्रभावित रही। टीपी नगर, पावर हाउस रोड, कोरबा शहर, आईटीआई क्षेत्र में भी बिजली सप्लाई प्रभावित रही। इसकी वजह से शहर की सड़कों में अंधेरा छाया रहा। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।





