

सागर/वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज रिपोर्टर सुशील द्विवेदी 8225072664 * फैमिली प्लैनिंग एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया एवम् स्त्री एवम् प्रसूति रोग विशेषज्ञ संघ के संयुक्त तत्वावधान में नर्सिंग कॉलेज, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में लिंग आधारित हिंसा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। एफ पी ए आई परियोजना प्रबंधक नीलरतन पात्र ने कार्यक्रम आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2000 से 25 नवम्बर से 10 दिसंबर तक 16 दिन के लिए लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया जाता है। डॉ जागृति नागर ने अपने उद्बोधन में वर्तमान में घरों एवम् समाज में महिलाओं के लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न प्रकार को विस्तार से समझाया। डॉ स्मिता दुबे ने अपने उद्बोधन में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ किए जा रहे डिजिटल हिंसा के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए उनसे बचने के उपाय के बारे में बताया। डॉ स्वाति पटेल ने अपने उद्बोधन में सोशल मीडिया द्वारा उपयोग किए जाने वाले फोटो वीडियो या अन्य जानकारियों का किस प्रकार से दुरुपयोग किया जा रहा है और कैसे बचा जा सकता हैं इस बारे में चर्चा की फॉक्सी अध्यक्ष डॉ ज्योति चौहान ने अपने उद्बोधन में बताया कि एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता होने के नाते लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए हमारी जिम्मेदारी अधिक होती हैं।आप सभी नर्सिंग प्रोफेशन के है आपके पास आने वाले महिलाओं के ज़ख्म के निशान को देखते हुए, उनके लिए थोड़ा समय देकर, उचित परामर्श कौशल के साथ पता करना होगा कि कहीं ये महिला यौन हिंसा की शिकार तो नहीं है साथ ही उन्होंने परामर्श कौशल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया घरेलू हिंसा शब्द में शामिल हैं शारीरिक शोषण, यौन शोषण, मौखिक/भावनात्मक दुर्व्यवहार, आर्थिक दुरुपयोग, दहेज संबंधी उत्पीड़न, कार्य स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न आदि। हम सबको मिलकर हिंसा और उत्पीड़न को रोकने के लिए कार्य करना है। समाजसेवी श्रीमती सुप्रिया नवाथे ने उद्बोधन में कहा कि लिंग आधारित हिंसा रोकने के लिए शासन द्वारा विभिन्न योजना संचालित की जा रही हमें प्रयास करना है कि लोग अधिक से अधिक लाभ के सके। किशोर न्याय बोर्ड सदस्य चंदप्रकाश शुक्ला ने अपने उद्बोधन में महिला बाल विकास द्वारा संचालित आश्रयगृह की जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना विषम परिस्थितियों जैसे पारिवारिक झगड़ों,अपराध,हिंसा, मानसिक तनाव, सामाजिक बहिष्कार के कारण बेघर महिलाओं और लड़कियों के साथ साथ वैश्यावृत्ति में मजबूर होने के जोखिम वाले महिलाओं और लड़कियों की प्राथमिक जरूरतों को पूरा करती है। कार्यक्रम में आभार व्यक्त करते हुए सुश्री साक्षी पाण्डेय ने बताया यदि आप जागरूक नहीं हैं तो यकीन मानिए अभी तक आप कई बार नुकसान उठा चुके हैं । उपस्थित अतिथि वक्ताओं नर्सिंग महाविद्यालय के प्राचार्य श्रीमती दीप्ति पाण्डेय, सभी शिक्षिकाएं एफ पी ए आई ए एन एम मंजरी चौरसिया एवं सभी छात्राओं का आभार मानते हुए शासन द्वारा उपलब्ध विभिन्न सहायता करने वाले हेल्प डेस्क नंबर जैसे कि 112,1098,1930 , शासन द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर की जानकारी दी।













