

सिद्धार्थनगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नगर पालिका के अवैद्यनाथ सभागर में शुक्रवार को विजयदशमी उत्सव मनाया गया। इसके उपरांत संघ स्थापना के शताब्दी वर्ष पर पथ संचलन किया गया, इसमें हर आयु वर्ग के स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
मौजूद स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए आरएसएस के सह प्रांत प्रचारक सुरजीत ने कहा कि विजयदशमी का उत्सव बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। वैसे तो देशभर में लगभग दो हजार से अधिक उत्सव मनाए जाते हैं, लेकिन संघ द्वारा छह उत्सव को मनाने के लिए चुना गया है जिसमें विजयदशमी भी है। इसी दिन 1925 को नागपुर में संघ की स्थापना हुई थी, संघ की स्थापना को सौ वर्ष पूरे हो चुके हैं।
आरएसएस के शताब्दी वर्ष में कदम रखने के कारण यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए हमें अत्यधिक उत्साह व सक्रियता से देशहित व हिंदू हित के कार्य में लगना चाहिए। हमें देश विरोधी ताकतों से सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री राम की तरह हमें भी अपने जीवन में आदर्श चरित्र एवं अच्छा आचरण करते हुए समाज को संगठित करते हुए बुराई पर अच्छाई की विजय प्राप्त करनी है। उन्होंने संघ द्वारा अपनाए गए पंच परिवर्तन में स्वदेशी, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण, सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन की योजना के बारे में स्वयंसेवकों को बताया।
इस दौरान नगर संघचालक रंजीत, सह नगर संघचालक मुरलीधर, जिला प्रचारक विशाल,जिला कार्यवाह शिवेंद्र,
सह जिला कार्यवाह मनोज और अविनाश, नगर प्रचारक अरुणेश, नगर कार्यवाह अभय,सह नगर कार्यवाह संतोष, सांसद जगदंबिका पाल, नपाध्यक्ष गोविंद माधव, दीपक मौर्य, सौरभ, अभिषेक, दिवाकर विक्रम, अरुण, शंभू, सुरेश रैना, प्रधानाचार्य संतोष, अमन, आयुष, शिवा आदि मौजूद रहे।










