
इटियाथोक /गोंडा।
एक तरफ सरकार साधन सहकारी समितियां को सुदृढ़ बनाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन क्षेत्र में एक भी समितियां ना तो उनके भवन ढंग से बने हुए हैं और ना ही समितियो से किसानों को कोई ढंग से लाभ भी नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण धीरे-धीरे समितियां का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है जिसका फायदा प्राइवेट दुकानदार भरपूर उठा रहे हैं और किसानों को लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जिसकी एक बानगी ग्राम पंचायत सिंहवापुर में बने साधन सहकारी समिति लिमिटेड मेहनौन की स्थिति से साफ पता चलता है कि समितियां का अब क्या अस्तित्व है समिति का मकान काफी जर्जर अवस्था में है मकान का सामने गंदगी का अंबार लगा हुआ है समिति के सामने लगा सरकारी हैंडपंप काफी दिनों से खराब चल रहा है समिति के आसपास पानी पीने के लिए कोई दूसरा साधन नहीं है। यदि समिति पर कोई किसान आता है तो पानी पीने की सबसे बड़ी समस्या है मौके पर उपस्थित मिले सेल्समैन सूरज तिवारी ने बताया किसकी शिकायत कई बार समिति के अध्यक्ष व ग्राम प्रधान से की गई लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ अब तक नहीं हुआ है इससे कहीं ना कहीं प्रशासन व सरकार की समितियां के प्रति बड़े-बड़े दावे केवल कागजों में दिखाई दे रहे हकीकत से उसका कोई वास्ता नहीं है सरकार और प्रशासन के लचर व्यवस्था के कारण धीरे-धीरे किसानो की सुख सुविधा के लिए बनाई गई समितियां अब लगभग समाप्ति की ओर है जिसका लाभ क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से संचालित कृषि केंद्र व दुकानदार किसानों को अधिक दामों पर खाद व अन्य चीज बेचकर मालामाल हो रहे हैं वहीं सरकार के नजरों में किसान अन्नदाता कहा जाता है बर्बाद हो रहा है । समिति पर मौके पर केवल डीएपी उपलब्ध मिली ।










