उत्तर प्रदेशबस्ती

बस्ती के ओमवीर अस्पताल ने हंसते खेलते परिवार से एक जान ले लिया

अजीत मिश्रा (खोजी)

।। जनपद बस्ती के ओमवीर अस्पताल ने हंसते खेलते परिवार से एक जान ले लिया।।

बस्ती-यूपी।। जिले मे प्राईवेट हॉस्पिटल पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी है। हास्पिटल के लापरवाही से जनपद बस्ती में एक महीने के अंदर तीसरी मौत। बस्ती प्रशासन तत्काल संज्ञान लेकर कारवाई करे।
ऐसा लगता है कुछ बड़े अधिकारियों से मिलकर कुकुरमुत्ते की तरह से बन रहे अस्पताल खेल रहे हैं मौत से ।

🏥प्राइवेट अस्पताल का एक और कारनामा हुआ उजागर।

दूरबीन से इलाज का आश्वाशन देकर चीरा लगाकर किया गया व्यक्ति का इलाज,हुई मौत। फोड़े के इलाज के लिए पलटूराम को कैली स्थित ओमवीर अस्पताल में कराया गया था भर्ती। तैनात डॉक्टर नवीन चौधरी फोड़े में खून जमा होने की कही थी बात। इलाज के लिए परिजन से मांगे गए थे 30 हजार रुपए। परिजनों से एडवांस में 500 रुपए फीस के साथ ओटी फीस और जांच के नाम पर वसूले गए कुल 7300 रुपए।

मृतक पलटूराम को फोड़े से पहले किसी भी तरह की नहीं थी बीमारी। ऑपरेशन के आधे ही घंटे बाद ही पलटूराम की बिगड़ने लगी थी तबियत।आनन फानन में चढ़ाने लगे खून की बोतल,बॉडी में शुरू हुई अकड़न। थोड़ी ही देर बाद पलटूराम की बॉडी काम करना कर दिया था बंद,लगाया आरोप। निजी एंबुलेंस से भेजा गया गोरखपुर निजी अस्पताल।।जांच कर डॉक्टर पलटूराम को मृत किया घोषित,भेजा घर वापस।कहीं शिकायत करने के लिए हॉस्पिटल स्टाफ के साथ महिला ने जन से मरवाने की धमकी। पूरे मामले को लेकर वीरेंद्र प्रताप ने कोतवाली थाने में दी तहरीर,लगाई न्याय की गुहार।

 नगर थाना क्षेत्र के मरहा निवासी वीरेन्द्र प्रताप पुत्र स्व. पल्टूराम ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली को लिखित तहरीर देकर कहा है कि ढंग से इलाज न होने के कारण उनके पिता पल्टूराम की ओमबीर हास्पिटल कैली रोड में मौत हो गई।

डीएम, एस.पी., मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ ही अन्य अधिकारियों को भेजे पत्र में वीरेन्द्र प्रताप ने कहा है कि उनके पिता फोड़े का इलाज कराने गये थे, डा. नवीन चौधरी ने कहा कि वे दूरबीन विधि से आपरेशन कर देंगे। लगभग 30 हजार रूपया खर्च बताया गया। 

दावा किया कि आपरेशन के दौरान उनके पिता की स्थिति गंभीर हो गई तो आनन-फानन में गोरखपुर के राना हास्पिटल के लिये रवाना कर दिया। यहां उनके पिता को मृत घोषित कर दिया गया। 17 जुलाई को उनका निधन हो गया। जब वीरेन्द्र प्रताप ने ओमबीर हास्पिटल मंें इसकी शिकायत की गई तो अर्चना चौधरी व अन्य स्टाफ के लोगों ने धमकी देते हुये कहा कि जो हुआ उसे भूल जाओ, किसी अधिकारी के पास जाओगे तो पूरे परिवार को जान से मरवा दिया जायेगा। परिवार की सुरक्षा चाहते तो तो इस घटना को भूल जाओ। इससे उसका पूरा परिवार डरा सहमा है।

कोतवाली थाना क्षेत्र के कैली रोड स्थित ओमवीर अस्पताल का है पूरा मामला।

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