

बिजनौर में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में 4.45 लाख मतदाताओं के पिता के नाम मेल नहीं खा रहे हैं। प्रशासन ने इन नामों को शुद्ध करने के लिए मतदाताओं से उनके पिता की आईडी मांगी है। पुनरीक्षण में 72,562 मृतक मतदाता पाए गए और 2,30,926 ने घर बदल दिया है। 26 दिसंबर तक पुनरीक्षण का कार्य समाप्त हो जाएगा।
जनपद की आठ विधानसभा सीटों पर मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण का काम 26 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। पुनरीक्षण के दौरान 2003 और 2025 में भरे गए फार्मों की मैपिंग की जा रही है।
मैपिंग के दौरान जनपद के 4.45 लाख मतदाता ऐसे मिले, जिनके पिता के नाम मेल नहीं खा रहे। अब प्रशासन ने इन नामों के शुद्ध करने के लिए संबंधित मतदाता से उसके पिता की आइडी मांगी है, ताकि सूची में नाम शुद्ध किए जा सके।
जनपद की नजीबाबाद, नगीना, बढ़ापुर, धामपुर, नहटौर, बिजनौर, चांदपुर और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 27 लाख 50 हजार 319 मतदाता है, इनमें 23 लाख 21 हजार 694 मतदाताओं की मैपिंग हो चुकी है।
पुनरीक्षण के दौरान 72,562 मतदाता ऐसे मिले, जिनकी मृत्यु हो चुकी थी, जबकि दो लाख 30 हजार 926 मतदाताओं ने अपना घर बदल दिया है। वहीं 82 हजार 170 मतदाता ढूंढने के बावजूद बीएलओ को नहीं मिले।
पुनरीक्षण के दौरान गणना प्रपत्रों की मैपिंग की गई, तो करीब चार लाख 45 हजार ऐसे मतदाता मिले, जिनके पिता का 2003 में दर्ज नाम और गणना प्रपत्र में लिखे नाम से मेल नही खाया।
इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने बीएलओ के माध्यम से इन नामों के शुद्ध करने के लिए संबंधित मतदाता से उसके पिता की आइडी मांगी है, ताकि सूची में नाम शुद्ध किए जा सके।









