
बेतुल जिला चिकित्सालय में एक सनसनीखेज़ मामला सामने आया डिलेवरी के लिए भर्ती महिला को तीन माह पहले डाक्टर ने सीजर आपरेशन किया आपरेशन करने के बाद महिला के पेट में तोलिया छोड़ दिया प्रसुता को कुछ दिन बाद पेट में बार बार दर्दे होने उल्टी होने पर पुनः जिला चिकित्सालय बेतुल में भर्ती किया वह तीन दिन भर्ती रख पेट दर्द कि दवा देकर महिला कि छुट्टी कर दी मगर महिला का दर्द बंद नहीं हुआ उसके बाद प्रायवेट में डाक्टर को दिखाने पर पेट में तोलिया मिला ये पहला मामला जिला चिकित्सालय बेतुल का नहीं हे इस से पहले भी एक मरीज़ के पेट में कपड़ा छोड दिया गया वहीं डाक्टर द्वारा मरीज से रिसवत ली गयी उस पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई मरीज के परिजनों से डाक्टर के द्वारा मारपीट आमंबात हो गयी चिकित्सालय बेतुल में चाहे प्रायवेट सिक्योरिटी का मामला लेलो सफाई का मामला सब में मनमानी कर रहे सिविल सर्जन बारंगा जब कोई घटना चिकित्सालय में घटती हे सिविल सर्जन बारंगा कहते हे जांच कर कार्रवाई करेंगे मगर वो कारवाई कभी नहीं होती ऐसा कोन हे जो कारवाई नहीं होने दे रहा कोन हे वो किसके संरक्षण में एक के बाद एक घटना घट रही प्रसुता कि मोत चाहे कोई भी मामला ले लो बारंगा हर मामले को दबा देते हे मनमर्जी से एक ही आदमी को जिला चिकित्सालय बेतुल कि सिक्योरिटी का जिम्मा दे रहे अपने चहेते ग्वालियर वाले को कोई भी मामला हो सब गोलमाल चल रहा चिकित्सालय बेतुल में कलेक्टर जांच कि कहते हे मगर जांच होती नहीं जबसे सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा बने तब से उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे सीधे मुंह बात भी नहीं करते डाक्टर बारंगा धमकाते रहते हे मरीज़ के परीजनो को अस्पताल में भर्ती मरीज को बाहर कि दवा लिखकर छुट्टी कर दी जाती सी एम् हेल्पलाइन में भी जिला चिकित्सालय बेतुल कि शिकायत करो कोई कार्रवाई नहीं होती एक के बाद एक घटना से अब बेतुल जिला चिकित्सालय में सी एस कि कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे अब देखना हे महिला के पेट में तोलिया छोड़ने वाले डाक्टर पर कारवाई होती हे या हमेशा कि तरहां मामले को दबा दिया जाएगा
सीजर आपरेशन के बाद महिला के पेट में छोड़ा तोलिया