West Bengal Violence: प्रभावित इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. दोनों समुदायों के कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं और 30 से ज़्यादा घरों में तोड़फोड़ की गई.
Bengal Communal Violence: शनिवार (16 नवंबर) की रात बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पों में कई लोग घायल हो गए. इस बात की जानकारी पुलिस ने दी. पुलिस अधीक्षक (एसपी) सूर्य प्रताप यादव ने रविवार (17 नवंबर) को कहा कि कई लोग घायल हुए हैं और कई हिरासत में लिए गए हैं. उन्होंने सटीक आंकड़े नहीं बताए.
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने कहा कि शनिवार रात बड़ी संख्या में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी बेलडांगा पहुंचे. स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि दोनों समुदायों के कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं और 30 से ज़्यादा घरों में तोड़फोड़ की गई या आग लगा दी गई. उन्होंने बताया कि सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाका बेलडांगा का सिविक वार्ड 10 है.
भारी पुलिस बल तैनात, इंटरनेट बैन
प्राधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में त्वरित कार्रवाई बल सहित एक विशाल पुलिस दल तैनात किया तथा 19 नवंबर को सुबह 8 बजे तक पूरे मुर्शिदाबाद जिले में इंटरनेट सुविधाएं बंद कर दीं. 2011 की जनगणना के मुताबिक, इस जिले में पश्चिम बंगाल की सबसे ज़्यादा मुस्लिम आबादी है, जो 66.28% है. बगल के जिले मालदा में राज्य की दूसरी सबसे ज़्यादा मुस्लिम आबादी है, जो 51.27% है.
क्यों पैदा हुआ तनाव?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “बेलडांगा में सामुदायिक क्लबों की ओर से कार्तिक पूजा के उत्सव के दौरान झड़पें शुरू हुईं. आरोप है कि बिजली के डिस्प्ले बोर्ड पर बल्बों से अपवित्र टिप्पणी लिखी गई थी. इससे शनिवार रात करीब 8.30 बजे तनाव पैदा हो गया.”
रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी हुए घायल
अधिकारी ने बताया, “एक महिला समेत बेलडांगा के चार निवासियों को बरहामपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लगातार हो रही झड़पों को रोकने की कोशिश में रैपिड एक्शन फोर्स के एक जवान को भी चोटें आईं