आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस-वे के 152 वे किलोमीटर पर तड़के सुबह तीन बजे ये हादसा हुआ। दवा व्यवसायी भाई कार से जा रहे थे। अचानक ही कार की डिग्गी में लगी सीएनजी किट में धुआं उठने लगा और गाड़ी झटके के साथ बंद हो गई। कार सवार दोनों भाई ने कार का दरवाजा खोल कर कदम जमीन पर रखे, तभी तेज धमाका हुआ और कार में आग लग गई। यह देख दोनों भाइयों के होश उड़ गए। दोनों भाइयो ने भाग कर अपनी जान बचाई। उसी दौरान वहां से गुजर रही पुलिस की पीआरवी गाड़ी ने टोल प्लाजा पर सूचना कर फायर ब्रिगेड़ की गाड़ी को बुलवाया। दमकल आती तब तक गाड़ी जल कर खाक हो गई।
जानकारी के अनुसार दवा व्यवसायी भिंड के थाना पावई के गांव एतवार निवासी नीतिराम पुत्र हरिओम अपने चचेरे भाई विष्णु पुत्र ब्रजमोहन के साथ दिल्ली निवासी अपने मामा रामभरोसी के यहां घूमने के लिए जा रहे थे। दोनों भाई आगरा के खंदौली यमुना एक्सप्रेस वे के 152 वे किलोमीटर पर पहुंचे अचानक से कार झटके लेकर बंद हो गई।दोनों भाई जैसे ही कार का दरवाजा खोल कर नीचे उतरे, तभी कार में तेज धमाके के साथ आग लग गई। दोनों भाइयों के होश उड़ गए और भाग कर उन दोनों ने अपनी जान बचाई। उसी समय वहां से गुजर रही पीआरवी कि गाड़ी ने टोल प्लाजा से दमकल को बुलवाया। दमकल का गाड़ी जब तक मौके पर आई, तब तक कार पूरी तरह जल गई।
अगर कार बंद न होती तो होता बड़ा हादसा
कार सवार नीतिराम का कहना है कि अगर कार बंद न होती तो वह गाड़ी से नीचे नहीं उतरते और तब गाड़ी में आग लग जाती तो बड़ा हादसा हो जाता।