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हरियाणा की राज्यसभा सीट पर भाजपा जीती:निर्विरोध चुनी गईं रेखा शर्मा, कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा, 2028 तक रहेगा कार्यकाल..

हरियाणा से राज्यसभा उपचुनाव में निर्विरोध चुनी गईं। उन्हें बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था। चंडीगढ़ में रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय से अपना प्रमाण पत्र लेते समय सोशल मीडिया पर दृश्य सामने आए। नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने कहा कि लोगों की आवाज उठाना मेरी प्राथमिकता है। राज्यसभा में उम्मीदवार इसलिए भेजा जाता है ताकि वे लोगों की आवाज उठा सकें। मैं महिला आयोग से आई हूं, 9 साल काम किया है। इसलिए, मैं उनके सशक्तिकरण के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करूंगी।

हरियाणा से BJP कैंडिडेट रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गईं। उनके विरोध में कांग्रेस या किसी दूसरी पार्टी के उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा था। आज (13 दिसंबर) को नामांकन वापसी का अंतिम दिन था। जिसके बाद उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दे दिया गया। उनका कार्यकाल 2028 तक रहेगा।

इस दौरान शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और पूर्व विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता मौजूद रहे। रिटर्निंग अधिकारी आईएएस अशोक कुमार मीणा ने रेखा शर्मा को जीत का सर्टिफिकेट सौंपा। बता दें कि भाजपा ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रह चुकी रेखा शर्मा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था।

90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक हैं जबकि 3 निर्दलीयों का भी उन्हें समर्थन है। ऐसे में BJP उम्मीदवार की जीत पहले से ही तय थी। रेखा शर्मा ने नामांकन के आखिरी दिन 10 दिसंबर को आवेदन किया था। जीत के बाद शाम को हरियाणा भवन में भाजपा की ओर से रेखा शर्मा का स्वागत किया जाएगा। इसको लेकर समारोह आयोजित किया जा रहा है।

इस समारोह में समाज कल्याण बोर्ड हरियाणा की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान समेत कई भाजपा नेता मौजूद रहेंगे। बता दें कि हरियाणा की 5 राज्यसभा सीटें हैं। इनमें से 4 पर भाजपा सीधे काबिज हो चुकी है।

जिनमें रेखा शर्मा और उनसे पहले सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा और किरण चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा भी भाजपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद चुने जा चुके हैं। उनकी मां शक्तिरानी शर्मा कालका से भाजपा की विधायक हैं।

2017 में महिला आयोग की अध्यक्ष बनीं थी रेखा रेखा शर्मा का जन्म साल 1964 में हुआ। उन्होंने उत्तराखंड से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रख लिया। पंचकूला में भाजपा की सेक्रेटरी के पद के बाद मीडिया प्रभारी का काम संभाला।

2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 2015 में रेखा शर्मा की राष्ट्रीय महिला आयोग में एंट्री हुई। 29 सितंबर, 2017 को उन्हें आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। वह महिला सुरक्षा और रेप के मुद्दों को लेकर मीडिया में चर्चा में रहीं।

6 अगस्त 2024 तक उन्होंने अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया। कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने अपने कार्यकाल को चुनौतीपूर्ण माना था।

कृष्ण लाल पंवार ने खाली की थी सीट
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में, भाजपा को 48 सदस्यों के साथ बहुमत प्राप्त है, कांग्रेस के पास 37 सीटें हैं, इनेलो के पास दो सीटें हैं जबकि तीन निर्दलीय हैं। नायब सिंह सैनी सरकार को निर्दलीयों का भी समर्थन है। बता दें कि हरियाणा में राज्यसभा सीट तब खाली हो गई थी, जब अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में विधायक के रूप में चुने जाने के बाद भाजपा के कृष्ण लाल पंवार ने अपनी सीट छोड़ दी थी। पंवार अब हरियाणा की भाजपा सरकार में विकास एवं पंचायत मंत्री हैं।
बता दें कि आधिकारिक बयान में पहले कहा गया था कि हरियाणा से खाली होने वाली एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए कार्यक्रम 3 दिसंबर को अधिसूचित किया गया था और नामांकन 10 दिसंबर तक दाखिल किए जा सकते थे। नामांकन पत्रों की जांच 11 दिसंबर को रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय द्वारा की जाएगी।

नामांकन 13 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक वापस लिए जा सकते हैं। पहले बयान में कहा गया था कि यदि आवश्यक हुआ तो मतदान 20 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच हरियाणा सचिवालय में होगा। विशेष रूप से, हरियाणा की पांच राज्यसभा सीटों में से, सुभाष बराला, राम चंदर जांगड़ा और किरण चौधरी भाजपा सदस्य हैं, जबकि रेखा शर्मा का भी निर्विरोध चुना जाना तय है। वहीं, कार्तिकेय शर्मा एक स्वतंत्र सदस्य हैं।
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में, भाजपा को 48 सदस्यों के साथ बहुमत प्राप्त है, कांग्रेस के पास 37 सीटें हैं, इनेलो के पास दो सीटें हैं जबकि तीन निर्दलीय हैं। नायब सिंह सैनी सरकार को निर्दलीयों का भी समर्थन है। हरियाणा में राज्यसभा सीट तब खाली हो गई जब अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में विधायक के रूप में चुने जाने के बाद भाजपा के कृष्ण लाल पंवार ने अपनी सीट छोड़ दी थी।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने कहा”, “मेरी प्राथमिकता लोगों की आवाज उठाना है”। एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजा जाता है ताकि वे लोगों की आवाज उठाएं। मैं महिला आयोग से आई हूं, मैंने ९ साल काम किया है। इसलिए, मैं उनके सशक्तिकरण के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करूंगा।”
रेखा शर्मा ने मंगलवार को यहां हरियाणा से उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। वह मैदान में अकेली उम्मीदवार थीं। भाजपा ने सोमवार को २० दिसंबर के राज्यसभा उपचुनाव के लिए शर्मा के नाम की घोषणा की थी।हरियाणा के मंत्री महिपाल ढांडा और हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष जियान चंद गुप्ता के साथ शर्मा को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए जाने के बाद निर्वाचन अधिकारी ने प्रमाण पत्र दिया।

विपक्ष ने उपचुनाव के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। ९० सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा को ४८ सदस्यों के साथ बहुमत प्राप्त है, कांग्रेस के पास ३७ सीटें हैं, इनेलो के पास दो जबकि तीन निर्दलीय हैं।निर्दलीय नायब सिंह सैनी सरकार का भी समर्थन करते हैं। हरियाणा में राज्यसभा सीट तब खाली हो गई जब अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में विधायक के रूप में चुने जाने के बाद भाजपा के कृष्ण लाल पंवार ने अपनी सीट छोड़ दी थी।


पंवार अब हरियाणा में भाजपा सरकार में विकास और पंचायत मंत्री हैं। हरियाणा की पांच आरएस सीटों में सुभाष बराला, राम चंदर जांगड़ा और किरण चौधरी भाजपा के सदस्य हैं और रेखा शर्मा के निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद उच्च सदन में सत्तारूढ़ दल के सदस्यों की संख्या चार हो गई।

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Vishal Leel

Sr Media person & Digital Creator
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