नगर पथ विक्रेता ठेकेदार की मनमानी, गरीब फड़ विक्रेताओं का शोषण जारी
सहारनपुर, 14 दिसंबर: मेला गुगाल स्थल पर फड़ आवंटन को लेकर ठेकेदारों की मनमानी और गरीब फड़ विक्रेताओं का शोषण लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। फड़ लगाने के इच्छुक गरीब लोग जब ठेकेदार से अनुमति लेने पहुंचते हैं, तो उनसे एक हजार रुपये वसूले जा रहे हैं, जिसके बदले उन्हें तीन रसीदें दी जाती हैं।
सूत्रों के अनुसार, पथ ठेकेदार को सहारनपुर नगर निगम द्वारा एक करोड़ रुपये से अधिक का ठेका आवंटित किया गया है। ठेकेदार कथित तौर पर नगर के व्यापारी संगठनों और प्रभावशाली लोगों से वसूली करने में असमर्थ है, जिसके चलते गरीब फड़ विक्रेताओं पर अत्यधिक शुल्क लगाया जा रहा है।
मंगल बाजार में शोषण चरम पर
मंगल बाजार जैसे स्थलों पर करीब 2000 फड़ों का आवंटन होता है। हर फड़ से 150 रुपये की वसूली की जा रही है, जिससे ठेकेदार को लाखों रुपये की कमाई हो रही है। अमीर और प्रभावशाली क्षेत्रों में रसीद काटने की हिम्मत नहीं दिखाने वाले ये ठेकेदार गरीबों को निशाना बना रहे हैं।
महापौर और निगम अधिकारियों पर उठे सवाल
नगर निगम के आयकर अधिकारियों पर आरोप है कि वे ठेकेदार की मदद से गरीब फड़ विक्रेताओं से जबरन वसूली में शामिल हैं। इन परिस्थितियों में नगर महापौर से आग्रह है कि वे इस गंभीर मामले का संज्ञान लें और गरीब फड़ विक्रेताओं को शोषण से बचाने के लिए ठोस कदम उठाएं।
पीड़ितों की अपील
प्रभावित फड़ विक्रेताओं ने नगर प्रशासन और महापौर से अपील की है कि वह इस अव्यवस्था पर रोक लगाएं और फड़ विक्रेताओं को न्याय दिलाएं। साथ ही, मेला स्थल और अन्य बाजारों में पारदर्शी और निष्पक्ष प्रणाली लागू की जाए।
यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और कमजोर वर्ग के शोषण की गंभीर तस्वीर पेश करता है।
संवाददाता एलिक सिंह
संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़