उत्तर प्रदेश

थानेदार की कार्यशैली से समाज विरोधी गिरोह को मिल रहा बढ़ावा,दुपट्टा कांड के बाद कार्यवाही झेलने पर भी नही आया कार्यशैली में सुधार

संवाददाता अंगद यादव अंबेडकरनगर

इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के इल्तिफ़ातगंज और एनटीपीसी क्षेत्र में गुरु गैंग का आतंक

समय रहते अगर हुई होती कार्यवाही तो दलित युवक की नहीं होती पिटाई

अम्बेडकरनगर। दलित युवक की पिटाई प्रकरण में स्थानीय पुलिस की लापरवाही विगत वर्ष हंसवर थाना क्षेत्र के हीरापुर बाजार में हुए दुप्पटा खींचे जाने के बाद छात्रा की दर्दनाक मौत की याद दिला रही है। वहां भी छात्रा के पिता तत्कालीन थानाध्यक्ष रितेश पाण्डेय से शिकायत करके थक गया था जिसका परिणाम ये रहा कि अंततः छात्रा तत्कालीन थानाध्यक्ष रितेश पाण्डेय के लापरवाही के कारण काल के गाल में शमा गई। स्कूल के समय ही कुछ मनचलों ने दुपट्टा खींचा और गिरकर छात्रा की मौत हो गई।
अब मौजूदा समय में वही रितेश पाण्डेय इब्राहिमपुर थाने के थानाध्यक्ष है। यहां लिखित और मौखिक रूप से पुलिस को दलित युवक कटरिया नई बस्ती निवासी देवेंद्र कुमार के माध्यम से गिरोहबंद लोगों के कृत्यों की शिकायत प्राप्त हुई लेकिन लापरवाही के कारण कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसका परिणाम यह रहा कि गिरोहबंद गुंडों ने दलित युवक और उसके भाई से घर में घुसकर मारपीट की। उच्चाधिकारियों से फटकार मिलने के बाद थानाध्यक्ष रितेश पाण्डेय ने दलित उत्पीड़न समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।

बड़ी घटना को दावत रहे हैं थानेदार,कार्यशैली से गुरु गैंग को मिल रहा है बढ़ावा

गिरोहबंद गुंडों की समाज विरोधी क्रियाकलाप आये दिन उच्चाधिकारियों के संज्ञान में जा रही है लेकिन कार्यवाही के निर्देश के बाद भी थानाध्यक्ष रितेश पाण्डेय द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। चर्चा है कि यह गिरोह इन्ही के संरक्षण में आगे बढ़ रहा है। लेकिन ऐसे ही चलता रहा तो बड़ी घटना कभी भी घटित हो सकती है। हो रही चर्चा में अगर तनिक भी सच्चाई है तो रितेश पाण्डेय के इस कार्यशैली के कारण गुरु गैंग को बढ़ावा मिल रहा है।

दलित युवक के पिटाई प्रकरण में बदलवाई गई तहरीर, गैंग लीडर का नाम निकलवाया गया

सूत्र बताते हैं कि दलित युवक जब प्रार्थना पत्र लेकर इब्राहिमपुर थाने पहुंचा तो पूरे प्रकरण में मुखबिर के रूप में शामिल गुरु गैंग का लीडर गोलू पांडे का नाम दबाव बनाकर पुलिस द्वारा निकलवा दिया गया और मुखबिर का नाम अज्ञात रखा गया जबकि गोलू पांडे द्वारा की गई मुखबिरी के संबंध में हद तक प्रमाण भी दलित युवक द्वारा थानाध्यक्ष रितेश पाण्डेय को दिया गया था। इसके बावजूद भी इस तरह का दबाव बनाना यह साबित करता है कि कहीं न कहीं गुरु गैंग इन्हीं के संरक्षण में फल फूल रहा है। हालांकि इन सभी संदिग्ध चर्चाओं से पर्दा इब्राहिमपुर थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे हटा देंगे।

गैंग लीडर समेत सदस्यों पर दर्ज है लगभग एक दर्जन मुकदमें लेकिन स्थानीय पुलिस दे रही संरक्षण!

गुरु गैंग के लीडर और उसके सदस्यों पर इब्राहिमपुर समेत अलीगंज थाने में लगभग एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं और यह लगातार संगठित रूप से अपराध कर रहे हैं लेकिन पुलिस द्वारा उनपर नकेल नहीं कसी जा रही है अगर ऐसे ही चलता रहा तो यह गैंग एक दिन भयावा रूप धारण कर लेगा। इस गिरोह के ऊपर जितने मुकदमे हैं उतने में हिस्ट्री शीट खोलना स्वाभाविक है लेकिन पुलिस आज तक यह जहमत नहीं उठा पाई है यही कारण है की यह बेखौफ अपराध को अंजाम दे रहे हैं और खुलेआम गुंडई कर रहे हैं। इल्तिफ़ातगंज से लेकर एनटीपीसी क्षेत्र में इनके आतंक के कारण आम जनमानस में भय व्याप्त है।

उच्च अधिकारी के निर्देश के बाद भी गैंग को लेकर तिनका तक हटाने को तैयार नहीं थानेदार

सूत्र बताते हैं कि उच्च अधिकारी के निर्देश के बाद भी इस गैंग के खिलाफ एक तिनका तक हटाने का प्रयास थानेदार द्वारा नहीं किया जा रहा है इस गैंग के लीडर के लिए थानेदार ढाल बनकर खड़े हैं ऐसी क्षेत्र में चर्चा है।

दुपट्टा कांड के बाद संबंधित तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को नही मिला जिले का चार्ज,तत्कालीन सीओ भी काट रहे वनवास

हंसवर थाना क्षेत्र के हीरापुर बाजार में विगत वर्ष हुई घटना जिनका नाम कथित तौर पर दुपट्टा कांड रखा गया था, तत्कालीन थानाध्यक्ष रहे रितेश पाण्डेय के शिथिलता भरी कार्यशैली के कारण विपक्ष ने सरकार को खूब घेरा, इसके बाद सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा को कड़ी फटकार भी लगाई थी जो चर्चा में भी रहा। यह बात अलग है कि रितेश पाण्डेय को तत्काल वहां से निलंबित कर दिया और बैड इंट्री दर्ज कर दी गई। संभवतः इन्हें ब्लैक लिस्ट करने के लिए भी निर्देशित किया गया था। बड़ी बात तो यह रही की कुछ दिन बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह को जिले के चार्ज से हटा दिया गया और तत्कालीन क्षेत्राधिकार टांडा संजय नाथ तिवारी को सर्कल के चार्ज से हाथ धोना पड़ा। लेकिन उपनिरीक्षक रितेश पाण्डेय को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डॉ० कौस्तुभ द्वारा इब्राहिमपुर थाने पर थानेदार के रूप में पोस्ट कर दिया गया यह बात अलग है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अजीत सिन्हा को जिले का चार्ज नहीं मिला है। जिसके कारण सब कुछ घटना घटी वह मलाई काट रहा और जो कार्यवाही करवाया वह वनवास काट रहे।

ANGAD YADAV AMBEDKAR NAGAR UP

🌺 🌺जिला - हेड / संपादक / 🗞️/अंबेडकर नगर / वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज अंबेडकर नगर 🎥 उत्तर प्रदेश 🌺🌺
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