
“धार्मिक मुद्देपर ना भडकाये,यूवकों को रोजगार दे सरकार.!
भारत का किसान रो रहा है,सुशिक्षित बेरोजगार बढ रहा है,युवां समय पुर्व काम मिलनेसे ओवर एज हो रहे है, युवाकों,शहरो,देहातोमें काम नही, बॅंक ऋण देती नही,औद्योगिक क्षेत्र मे कायम रोजगार नही,युवा जाये तो जायें कहा. सरकार अपनी मंत्रीमंडल,आमदार ,खासदार,खुद की पगारे,दैनिक खर्चे,24℅बढाकंर पेंशन की आजीवन व्यवस्था कर बैठी है, जनताको बंकसे ऋण नही पर पूंजीवादींको करोड रुपये ऋण माफ कर रही है,,क्या ईसी लीये जनता ने सरकारे चूनकर दी है, ऐसी पुरे देश मे जनता की सोच बनी है,ऐसी निती देश को कंगाल बना सकती है! जो देश के लिये कदापी हक्क मे नही है.!