
आंतरिक सुरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा को लेकर कलेक्टर एवं एसपी ने ली अधिकारियों की बैठक
📰🖊 खरगोन से अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
राष्ट्रीय परिस्थितियों और देश के वर्तमान परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुए खरगोन जिले में आंतरिक सुरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा को लेकर 10 मई को कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक श्री धर्मराज मीणा की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती रेखा राठौर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती हेमलता सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रताप कुमार अगास्या, सुश्री पूर्वा मंडलोई, सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपद सीईओ, सभी एसडीओपी, थाना व चौकी प्रभारी, होमगार्ड के अधिकारी तथा उद्योग, खनिज, निर्माण विभाग, विद्युत मंडल, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि देश के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए भविष्य में आपातकालीन स्थिति में आंतरिक एवं नागरिक सुरक्षा के सभी इंतजाम करना है। इसके लिए सभी अधिकारी तैयारियों के साथ अलर्ट मोड पर रहे। सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करे, क्योंकि इन परिस्थितियों में इसकी अहम भूमिका है। सभी अधिकारियों को सिविल डिफेंस प्लान तैयार करने के निर्देश दिये गये। आपात स्थिति के लिए नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम स्तर पर वालिंटियर्स की नियुक्ति कर उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये गये। इस दौरान बताया गया कि जिले की जनसंख्या के हिसाब से जिले में 25 हजार वालिंटियर्स की आवश्यकता है। सिविल डिफेंस वालिंटियर्स के लिए सेवानिवृत्त फौजी, सीएपीएफ के जवान, पुलिस कर्मचारी, होमगार्ड, एनसीसी के छात्र, सेवानिवृत्त कर्मचारी, अग्निवीर, सुरक्षा ऐजेंसी के सदस्य, वन समिति के सदस्य, विशेष पुलिस अधिकारी, जनप्रतिनिधि का चयन किया जा सकता है। सिविल डिफेंस वालिंटियर्स 18 वर्ष से अधिक की आयु का होना चाहिए।
इस दौरान डिस्ट्रिक कमाण्डेंट होमगार्ड को कार्यालय में उपलब्ध संसाधन की समीक्षा कर खराब संसाधनों को दुरूस्त करवाने के निर्देश दिये गये। साथ ही आपदा मित्र एवं आपदा में बचाव कार्य करने वाले दलों के सदस्यों को सक्रिय करने के निर्देश भी दिये। जिले के महत्वपूर्ण औद्योगिक एवं स्थलों पर सुरक्षा आडिट कर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने कहा गया। रात में पेट्रोलिंग कर प्रकाश व्यवस्था आदि की जांच करने कहा गया। अस्पतालों में आपात कालीन स्थिति के अंतर्गत विशेष रूप से व्यवस्था करने कहा गया, जिसमें अस्पतालों में आपातकालीन दवाईयों की समुचित व्यवस्था रखने, बर्न यूनिट में आवश्यक दवाईया एवं उपकरण उपलब्ध रखने, ब्लड बैंक की पर्याप्त व्यवस्था रखने एवं एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध रखने के निर्देश दिये गये। इसके लिए निजी अस्पतालों से भी समन्वय बनाकर रखने कहा गया। अस्पतालों में 24 घंटे उपचार की सुविधा उपलब्ध रखने के निर्देश दिये गये।
बैठक में निर्देशित किया गया कि जिले की सीमा में आने वाले सभी जल स्त्रोतों, इंटक वेल, ओवरहेड टैंक, मोबाईल टावर, एनटीपीसी प्लांट, अस्पताल, बैंक, पोस्ट आफिस, बाजार, बड़े पुलों, विद्युत उनकेन्द्र एवं औद्योगिक क्षेत्रों की 24 घंटे निगरानी एवं सुरक्षा व्यवस्था रखे। इन स्थानों पर कोई भी अवांछित व्यक्ति प्रवेश न कर सके इसका ध्यान रखा जाये। फायर फायटर वाहनों की स्थिति की समीक्षा करें और और उन्हें दुरूस्त रखें। जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए उनका त्वरित उपयोग किया जा सके। जिले में कहीं पर भी अत्यावश्यक वस्तुओं की जमाखोरी न हो इसके लिए कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये गये। खाद्यान्न प्राप्त करने वाले हितग्राहियों को समय पर राशन प्रदान करने एवं महत्वपूर्ण एवं आवश्यक सेवाओ जैसेः- तेल, पेट्रोल, एलपीजी, दूध, खाद, बीज का न्यूनतम स्टाक रिजर्व करके रखने कहा गया।
बैठक में निर्देशित किया गया कि सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से कोई भी फेक न्यूज या गलत खबर प्रसारित न करें इसका विशेष ध्यान रखा जाये। सोशल मीडिया पर भ्रामक, तथ्यहीन फेक न्यूज एवं अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने कहा गया। फेक न्यूज एवं अफवाहों का तत्काल खंडन कर वस्तुस्थिति से आम जन को अवगत कराया जाये। जिले में सांप्रदायिक सौहार्द्र को बनाये रखने एवं अनावश्यक तनाव की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए सभी अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाने एवं कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करने के निर्देश दिये गये। बैठक में बताया गया कि जिले में शासकीय विभागो को छोड़कर कोई भी प्रायवेट व्यक्ति ड्रोन नहीं उड़ायेगा। बिना अनुमति के जुलूस, रैली आदि नहीं निकाली जायेगी और हथियारों को प्रदर्शन नहीं किया जायेगा।