
अजीत मिश्रा (खोजी)
बस्ती यूपी।। पीडब्ल्यूडी विभाग का अजब-गजब कारनामा बनते ही उखड़ जा रही सड़क। विभाग बना रहा है लगभग 12 किलोमीटर की लंबी गुणवत्ता विहीन सड़क।
एक तरफ ठेकेदार बना रहा सड़क दूसरी तरफ उखड़ता जा रहा है डामर का सड़क। ज्यादा कमाई के चक्कर में ठेकेदार सड़क के निर्माण में कम डामर का कर रहा प्रयोग ग्रामीणों का आरोप। 168.45 लाख की लागत से बन रहे सड़क की गिट्टी को हाथों से बटोर रहे राहगीर गुणवत्ता पर खड़े हो रहे सवाल। संबंधित जेई ने बताया कि ट्रक आने जाने से उखड़ रही सड़क की गिट्टियां। तो क्या केवल पैदल आने जाने वाले लोगों के लिए बनाई जा रही करोड़ों की लागत से सड़क है बड़ा सवाल। गुणवत्तविहीन हो रहे कार्य को देखने तक की जहमत नहीं उठाते संबंधित अधिकारी व कर्मचारी।
1.68लागत से बनी सड़क गौर हलुआ मार्ग , भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गयी। जिले के गौर ब्लॉक में गौर-हलुआ मार्ग के निर्माण में गुणवत्ता की कमी और PWD की लापरवाही के आरोप गंभीर हैं। ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग के कारण सड़क निर्माण के तुरंत बाद उखड़ रही है, जो ग्रामीण कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण है। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है, क्योंकि 1.68 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। वरिष्ठ नेता संतोष शुक्ला ने भी इस मुद्दे पर विरोध जताया है, जिसमें उन्होंने घटिया सामग्री के उपयोग को उजागर किया और भविष्य में दुर्घटनाओं व असुविधा की आशंका जताई।वरिष्ठ नेता संतोष शुक्ला गर्ग ने सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग पर सवाल उठाए हैं, जो स्थानीय लोगों के बीच भी आक्रोश का कारण बना हुआ है।
यह स्थिति ऐसी है कि भ्रष्टाचार का मामले प्रतीत हो रही है, क्योंकि 1.68 लागत के बावजूद गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं की गई,सड़क की खराब गुणवत्ता और पटरियों पर गड्ढों की वजह से वाहन चालकों और स्थानीय लोगों को खतरा बना हुआ है। ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग से सड़क बनते ही उखड़ रही थी, जिसे अवर अभियंता द्वारा ठीक करवाया गया। फिर भी, पटरियों की सफाई और गड्ढों का मुद्दा अनसुलझा है।सड़क के किनारे गड्ढे और गंदगी दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां यातायात नियमों का पालन कम होता है।
बस्ती जिले के गौर ब्लॉक के गौर से हलुआमार्ग का हो रहा सड़क निर्माण का है पूरा मामला।