
पत्रकार अजीत अंजुम पर दर्ज मुकदमे निंदनीय एवं लोकतंत्र पर हमला है- शेख वकील अहमद
संवाददाता/राशीद अंसारी खलारी
खलारी। पत्रकार अजीत अंजुम पर दर्ज मुकदमे के विरोध में झारखंड जनशक्ति मोर्चा के अध्यक्ष सह मज़दूर नेता शेख वकील अहमद ने कहा कि देश के वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम जी द्वारा बिहार मतदाता पुनरीक्षण कार्य के खामियों को उजागर करने पर उन पर एफआईआर दर्ज कराना बेहद निन्दनीय है झारखंड जनशक्ति मोर्चा के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि अजीत अंजुम जी पर किए गए एफआईआर को सरकार द्वारा फौरन निरस्त किया जाना चाहिए क्यों कि गलत चीजों व खामियों को उजागर करना न केवल पत्रकारों के अधिकार है बल्कि उनका धर्म भी है सही बात को लेकर दुर्भाग्यवश यह सच सरकार को असहज कर गया। साथ यह भी कहा कि तानाशाही के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले पत्रकारों के साथ आज आम जनता को भी इनके साथ होना चाहिए।पत्रकार अजीत अंजुम जी ने वही किया जिसकी इजाज़त देश के संविधान देता है फिर उन पर एफआईआर क्यों किया गया ये हैरानी वाली बात है। वकील अहमद ने यह भी कहा कि सच को थोड़े समय के लिए दबाया जा सकता है मगर झुकाया नहीं जा सकता। बिहार में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण कार्य में गड़बड़ियों को उजागर करने वाले निर्भीक पत्रकार पर केस दर्ज कर सरकार ने लोकतंत्र पर हमला किया है। सरकार गरीबों, मजदूरों और वंचितों के नाम मतदाता सूची से हटाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए मतदाता पुनरीक्षण कार्य को जल्दबाजी में किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में हो रही, अनियमितताओं को सामने लाने वाले पत्रकार अजीत अंजुम पर मुकदमा दर्ज कराना प्रेस की आजादी पर हमला है।