
“महाबरा घाट पर पुल निर्माण का शुभारंभ, विकास की नई राह पर गोविंदपुर – दशकों पुराना सपना अब होगा साकार!”

समाचार विस्तार से:
नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत सकरी नदी पर बहुप्रतीक्षित महाबरा घाट पुल निर्माण कार्य अब तेजी पकड़ चुका है। वर्षों से प्रतीक्षित यह परियोजना अब ज़मीन पर उतरती दिख रही है, जिससे इलाके में खुशी की लहर है। झारखंड के देवघर स्थित हरदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी को यह कार्यभार सौंपा गया है, जिसने गुरुवार को निर्माण स्थल पर कैंप स्थापित करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिए हैं।
निर्माण की शुरुआत – झाड़ियों की सफाई से लेकर कैंप तक
कंपनी की ओर से जेसीबी मशीन लगाकर अंबेडकर नगर स्थित चिन्हित स्थल पर झाड़ियों की सफाई की गई और भूमि को समतल किया गया। कंपनी के मुंशी वीरेंद्र यादव ने बताया कि कैंप की स्थापना शुरू हो चुकी है। यहीं पर निर्माण सामग्री, वाहन, और सभी कर्मचारी रहेंगे। यानि अब हर सुबह यह इलाका निर्माण कार्य की गूंज से जागेगा।
क्या होगा पुल का स्वरूप?
सूत्रों के अनुसार, पुल और संपर्क पथ की कुल लंबाई लगभग 1550 मीटर होगी। महाबरा घाट पर बन रहा पुल लगभग 600 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा होगा, जिसमें लगभग 20 पिलर होंगे। इसके दोनों ओर 5.5 मीटर चौड़ी पक्की सड़कें बनाई जाएंगी, जिससे वाहनों की आवाजाही सुगम हो सके।
क्या-क्या बदलेगा इस पुल से?
इस पुल के निर्माण से गोविंदपुर और सरकंडा पंचायत के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। वर्तमान में बरसात के दिनों में सकरी नदी पार करना ग्रामीणों के लिए एक जोखिम भरा काम होता है। अब सरकंडा, महाबरा, पिपरा, देलहुआ, शेखोपुर और रोह प्रखंड के कई गांवों के हजारों निवासियों को राहत मिलने वाली है।
यातायात, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को मिलेगा संबल
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुल से स्कूल, अस्पताल, थाने और बाजार तक की दूरी कम होगी। टेंपो, ई-रिक्शा जैसे वाहनों का आवागमन शुरू होने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। बच्चों की शिक्षा और बुजुर्गों की स्वास्थ्य सेवाएं अब समय पर मिल पाएंगी।
प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी बड़ी राहत
गोविंदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पांच पंचायतों में से दो – सरकंडा और डुमरी – नदी के पार स्थित हैं। पुल की अनुपस्थिति में पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने में घंटों लग जाते थे। अब यह दूरी मिनटों में तय की जा सकेगी, जिससे निगरानी और कार्रवाई दोनों तेज होंगी।
विकास की ओर एक ऐतिहासिक कदम
महाबरा घाट पर पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू होना केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि इस पिछड़े इलाके के लिए विकास की नींव है। यह पुल न केवल दूरी कम करेगा, बल्कि दिलों को भी करीब लाएगा – सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक जीवन को नई दिशा देगा।
अब जबकि पुल निर्माण का बिगुल बज चुका है, इलाके के लोग आशावान हैं कि उनके गांव भी अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगे।






