
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। महुली क्षेत्र में ईंट भट्टे पर बाल मजदूरी की खुली धज्जियां, मासूमों से कराया जा रहा भारी काम।।
नवंबर 16, 2025। उत्तर प्रदेश
संतकबीरनगर।। जिले के महुली थाना क्षेत्र के अजाव गांव के समीप बनरहिया स्थित एवन मार्का ईंट भट्टे पर मानवाधिकार और श्रम कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां कम उम्र के बच्चों से भारी श्रम कार्य कराए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। ईंट भट्टे पर बाल मजदूरी का यह खुला खेल न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि बच्चों के भविष्य के साथ भी अमानवीय खिलवाड़ है।
💫 मासूम बच्चों से हो रहा कठिन श्रम कार्य—
स्थानीय सूत्रों के अनुसार ईंट भट्टे पर कई छोटे बच्चों से मिट्टी ढोने, ईंट बनाने, भट्ठे तक ईंट पहुंचाने और अन्य शारीरिक रूप से कठिन काम करवाए जा रहे हैं। इनमें कुछ बच्चे तो ऐसे हैं, जिनकी उम्र 10 से 14 वर्ष के बीच बताई गई है। scorching heat और खतरनाक माहौल में इन मासूमों से कराया जा रहा काम गंभीर चिंता का विषय है।
💫 कानून की अनदेखी, प्रशासन पर सवाल—
बाल श्रम निषेध कानून के अनुसार 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से किसी भी तरह का मजदूरी कार्य करवाना अपराध है। इसके बावजूद भट्टे पर जारी इस अवैध गतिविधि ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस भट्टे पर लंबे समय से मजदूर बच्चों का शोषण हो रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी
ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों को बेहद कम मजदूरी देकर लंबे समय तक काम पर लगाए रखा जाता है। कई बच्चों की स्कूल जाने की उम्र है, लेकिन मजबूरी और आर्थिक तंगी के कारण उन्हें भट्ठे पर काम करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग इस तरह की अमानवीय स्थिति पर नाराजगी जता रहे हैं और प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की























