उत्तर प्रदेशगोरखपुरबस्तीलखनऊसिद्धार्थनगर 

।। सहजनवा में ‘फर्जी रिपोर्ट फैक्ट्री’ का धंधा! अवैध पैथालॉजी सेंटरों की भरमार, मरीजों की जान से हो रहा खेल।। 

“प्रकरण संज्ञान में आया है, सभी संदिग्ध पैथालॉजी सेंटरों की जल्द जांच कराई जाएगी- सीएमओ

अजीत मिश्रा (खोजी)

।। सहजनवा में ‘फर्जी रिपोर्ट फैक्ट्री’ का धंधा! अवैध पैथालॉजी सेंटरों की भरमार, मरीजों की जान से हो रहा खेल।। 

06 दिसंबर 25, उत्तर प्रदेश।

गोरखपुर ।।  सहजनवा तहसील क्षेत्र में अवैध पैथालॉजी सेंटरों का जाल इस कदर फैल चुका है कि यह अब मरीजों की सेहत पर सीधा हमला बन गया है। तहसील मुख्य मार्ग से लेकर पिपरौली, भीटी रावत और घघसरा तक तमाम जगह ऐसे दर्जनों पैथालॉजी सेंटर खुलेआम संचालित हो रहे हैं, जिनके पास न पंजीकरण है, न ही प्रशिक्षित पैथालॉजिस्ट की व्यवस्था।

जांच के नाम पर ये सेंटर मरीजों से मनमाने ढंग से भारी-भरकम रकम वसूल रहे हैं। सबसे गंभीर पहलू यह कि यहाँ रिपोर्ट तैयार करने से लेकर नमूना लेने तक का काम नासमझ, अनुभवहीन लोगों के भरोसे चलता है। कई केंद्रों पर तो रिपोर्ट पर फर्जी डॉक्टरों के हस्ताक्षर तक किए जाते हैं, जिससे मरीज गलत रिपोर्ट के आधार पर गलत इलाज का शिकार हो रहे हैं। नतीजा—बीमारी न ठीक होती है, उल्टा हालत और बिगड़ जाती है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पूरा खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन कार्रवाई के अभाव में इनका मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। सेंटरों पर न तो कोई लाइसेंस टंगा मिलता है और न ही कोई प्रमाणित चिकित्सक। केवल मशीन, काउंटर और नोट गिनने वाले हाथ—यही है इन अवैध पैथालॉजी की पहचान।

इस पूरे मामले पर सीएमओ राजेश झा ने कहा कि “प्रकरण संज्ञान में आया है, सभी संदिग्ध पैथालॉजी सेंटरों की जल्द जांच कराई जाएगी।

सहजनवा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर चल रही यह लापरवाही अब बड़ा सवाल बनकर खड़ी है—कब बंद होगा फर्जी रिपोर्टों का यह कारोबार? मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों पर आखिर कब गिरेगी कार्रवाई की गाज?

Back to top button
error: Content is protected !!