
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। यूपी एसटीएफ से गोल्डी बरार गैंग को मिला झटका,अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर नाबालिगों ने भी की थी फायरिंग, लोकेशन ट्रैक।।
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले शूटर रविंद्र और अरुण को ई-मेल पर घर का पता भेजा गया था।इसके बाद दोनों ने दो नाबालिगों को साथ में लेकर घर पर अंधाधुंध फायरिंग की थी।रविंद्र और अरुण को गाजियाबाद में एनकाउंटर में ढेर करने वाली यूपी एसटीएफ की टीम घटना में शामिल दोनों नाबालिगों की तलाश में जुटी है।जांच में पता चला है कि रविंद्र और अरुण हरियाणा में दूसरी घटना को अंजाम देने की फिराक में भी थे।
👉गोल्डी बरार गैंग ने दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने के लिए दी थी जिगाना और ग्लाॅक पिस्टल—
गोल्डी बरार गैंग ने शूटर रविन्द्र और अरुण को दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने के लिए जिगाना और ग्लॉक पिस्टल दी थी।घटना के बाद गैंग असलहों को तुरंत वापस ले लेता है, लेकिन रविंद्र और अरुण को दूसरी घटना अंजाम देने का जिम्मा देने से उनसे असलहे वापस नहीं लिए गए थे।दोनों शूटरों को असलहे दिल्ली के रोहिणी के एक सूनसान घर से मिले थे,जहां पर कोई मौजूद नहीं था।
⚔️पहली बार दोनों नाबालिग गए थे घटना को अंजाम देने—
दोनों की गोल्डी बरार से संपर्क होने का कोई ठोस सुराग भी फिलहाल एसटीएफ के हाथ नहीं लगा है।आशंका जताई जा रही है गोल्डी बरार के इशारे पर रोहित गोदाना ने दोनों शूटरों को यह काम सौंपा था।रविंद्र और अरुण बरेली में दो नाबालिगों को साथ लेकर थे।अधिकारियों के मुताबिक दोनों नाबालिग पहली बार घटना अंजाम देने गए थे।उन्होंने भी ताबड़तोड़ फायरिंग की थी।दोनों की लोकेशन हरियाणा में मिली है,हालांकि दोनों बार-बार ठिकाना बदल रहे हैं।
⚔️पहली बार मारे गए शूटर—
उत्तर प्रदेश में पैर पसारने की कोशिश में जुटे गोल्डी बरार गैंग को यूपी एसटीएफ ने बड़ा तगड़ा झटका दिया है।दोनों शूटरों को मुठभेड़ में ढेर कर एसटीएफ ने अपने इरादे जाहिर करते हुए कड़ी चुनौती दी है।इससे पहले इस गिरोह का नाम प्रदेश के एक माफिया से जुड़ चुका है,हालांकि उसके इशारे पर गोल्डी बरार ने यूपी में किसी वारदात को अंजाम नहीं दिया था।
दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग का मामला:हर शूटर ने बदली पहचान,कोई बना सागर तो,कोई बना निशांत,विजय की नादानी से खा गए मात। उत्तर प्रदेश के बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले शातिर शूटरों ने अपने बचाव के लिए बहुत तिकड़म लगाए,लेकिन तकनीक और नए शूटर विजय की नादानी से मात खा गए। शूटरों ने अपने आधार कार्ड में कहीं नाम,कहीं पता तो कहीं आधार नंबर में मामूली हेरफेर किया था।इससे शुरू में पुलिस को शूटरों की संख्या आठ लगी जो बाद में दुरुस्त कर ली गई।
मुख्य शूटर रविंद्र ने प्रीत पैलेस होटल में सागर नाम की आईडी लगाई थी,इस पर फोटो उसी की लगी थी,लेकिन आधार नंबर मिसमैच था।हिंद गेस्ट हाउस में तीनों शूटर अरुण,नकुल और विजय ने निशांत शर्मा,रामनिवास और अमित नाम की आईडी का इस्तेमाल किया।
ऐसे में दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग के बाद इन्हें ट्रेस करती हुई पुलिस दोनों होटलों में पहुंची तो सही और फर्जी आईडी से आठ बदमाशों के होने का प्रमाण मिला।ऐसे में पुलिस उलझ गई।किसी का नाम,किसी के पिता का नाम,किसी का पता और किसी के आधार कार्ड के नंबर बदले हुए थे।
तब पुलिस को पहला सुराग विजय की नादानी से मिला। आधार की फोटोकॉपी न होने पर विजय ने अपने मोबाइल से स्क्रीन शॉट लेकर होटल कर्मी के नंबर पर भेजा था।पुलिस ने कर्मचारी का मोबाइल चेक किया तो साथ में विजय का मौजूदा मोबाइल नंबर भी मिल गया। इसके सहारे उसकी पहचान कर ली गई।बाकी शूटरों की होटल के रिसेप्शन पर मिली फुटेज से पता लगा कि वह नाम-पता बताते समय अपना मोबाइल बार-बार देख रहे थे।शायद फर्जी नाम-पता उन्हें सही से याद नहीं था।तब पुलिस ने आईडीपीआर से डाटा लेकर और विजय के सही नंबर पर दूसरे लोगों की कॉल ट्रेस करके शूटरों के बारे में सटीक जानकारी हासिल कर ली।
अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले चारों शूटर 10 सितंबर को ही बरेली में आ गए थे। मुख्य शूटर रविंद्र पुराने बस अड्डे के पास तो बाकी तीन जंक्शन के पास होटलों में रुके थे। शूटरों ने दिनभर रेकी की थी।पुलिस दो अन्य शूटरों को तलाश रही है।
अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले दो शूटर रविन्द्र और अरुण के एनकाउंटर के बाद बाकी दो शूटर दिल्ली पुलिस और यूपी एसटीएफ के रडार पर हैं।बरेली पुलिस की जांच में पता लगा है कि चारों शूटर दो बाइकों से 10 सितंबर को ही बरेली आ गए थे। उस दिन स्पलेंडर बाइक सुबह 6:48 बजे झुमका चौराहे पर दिखी।फिर सुबह 7:15 बजे जंक्शन रोड के हिंद गेस्ट हाउस में तीन शूटरों ने एंट्री की। इनमें अरुण के साथ विजय तोमर और नकुल थे।यह होटल दिशा पाटनी के घर से सिर्फ आधा किलोमीटर दूरी पर है।इसी दिन सुबह 9:48 बजे रविंद्र ने पुराने बस अड्डे से सटे प्रीत पैलेस होटल में एंट्री की। रविन्द्र ने यहां सागर के नाम से आईडी दी।ये होटल पाटनी के घर से एक किलोमीटर के दायरे में है।
दोनों ही होटलों में शूटर बंद होकर नहीं रहे।वे बाहर निकले और तौलिया और सिगरेट खरीदीं।रविंद्र का चेहरा पूरे समय खुला रहा।होटल की सीढिय़ों पर कर्मचारी से तौलिया लेते हुए भी रविन्द्र कैद हुआ।यही फुटेज पुलिस के काम आई।अगले दिन लगभग 11 बजे दोनों होटलों के कमरों से शूटरों ने चेकआउट किया था।