आइये आज दिखाते हैं आपको अतरौली क्षेत्र में योगी जी की गौशालाओं का हाल जिसमें भारत में गौ माता को माता का दर्जा दिया गया है और आज उसकी हालत देखिए, देखिए पूरा वीडियो 👍 अतरौली जिला अलीगढ़= अतरौली क्षेत्र के गांव ककेथल तहसील अतरौली जिला अलीगढ़ में लगभग 200 से 300 गायों का रैन बसेरा है, जिनकी सुरक्षा के लिए डॉक्टर भी तैनात किए गए हैं गौ रक्षाओं के खाने पीने के लिए भी मजदूर लगाए गए हैं और समय-समय पर अधिकारी भी तैनात किए गए हैं जिससे गौशालाओं की सुरक्षा में चूक न हो और उसके बाद भी गौशालाओं की यह हालत 👍 अब इनका कर्तव्य क्या रहता है तहसील स्तर से या जिला स्तर से टीम गठित की जाती है कि गौशालाओं की जांच करें लेकिन वह जांच किस तरह होती है और कहां पर निपटा जाती है यह अधिकारी ही जाने 👍 अब बात आती है डॉक्टरों की जिनकी निगरानी में गौशाला में पल रहे गोवंश वह गौ माता की, अब गौशाला में गोवंश की सुरक्षा डॉक्टर कैसे करते हैं यह डॉक्टर ही जाने आंखों देखी आंखों पर पट्टी बांधते हैं या उनका उपचार करते हैं 👍 अब बात आती है को गौशालाओ में की खाने पीने की देखरेख की जिम्मेदारी उन मजदूरों पर लगाई गई है जिसकी जिम्मेदारी पूर्ण ग्राम प्रधान को दी जाती है अब ग्राम प्रधान अपनी जिम्मेदारी कैसे निभाते हैं आप इस वीडियो के माध्यम से देख सकते हैं, जब गौशालाओं में मृत गाय गोवंश किस तरह पडे रहते हैँ 👍 अब बात आती है उन हिंदू संगठनों की जिन्होंने गौ रक्षा करने की कसम खाई है और वह जांच करने जाते हैं तो वह अपनी जिम्मेदारी किस हद तक निभाते हैं 👍👍👍👍👍 अधिकारी डॉक्टर मजदूर ग्राम प्रधान जब गौशाला का निरीक्षण करने जाते हैं और गौशालाओं की यह स्थिति उन्हें मिलती है तो यह किस आधार पर शांत हो जाते हैं और आगे कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती है, डॉक्टर जाते हैं प्रतिदिन गौशालाओं में और फोटो खींचकर यह दर्शाते हैं कि हम प्रतिदिन गौशालाओं की सुरक्षा देखने के लिए जाते हैं, अधिकारी भी जाते हैं और गौशाला में जाकर फोटो खींचकर प्रशासन को भेज देते हैं कि हम गौशालयों की देखरेख कर रहे हैं, बाकी ग्राम प्रधान मजदूर दोनों की शॉर्टकट होती है गौशाला में क्या हो रहा है उन्हें उससे कोई मतलब नहीं