
धनबाद
बलियापुर प्रखंड के दुधिया व आमझर पंचायत में लाखों रुपये का घोटाला प्रकाश में आया है। बलियापुर के बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि जांच कमेटी की पकड़ में यह मामला आया है। दोनों पंचायतों में सरकारी राशि की गड़बड़ी के विरुद्ध बलियापुर थाना में शिकायत दर्ज करने के लिए अलग-अलग आवेदन दिया है। बीडीओ ने कहा कि आमझर पंचायत में 11 योजनाओं में 23 लाख रुपये से अधिक की राशि की निकासी बिचौलिया के माध्यम से की गई है। तीन योजनाओं में इरशाद आलम के निजी बैंक खाते में सात लाख 13 हजार रुपये की राशि, दो योजनाओं में नाजिया परवीन के निजी खाते में एक लाख 70 हजार की राशि का भुगतान किया गया।
तीन अन्य योजनाओं में भोलानाथ रवानी नामक युवक के निजी खाते में 3 लाख 49 हजार की राशि का भुगतान किया गया। एक योजना में प्रखंड में कार्यरत कंप्यूटर आपरेटर राकेश कुमार महतो के निजी बैंक खाते में दो लाख 54 हजार की राशि का भुगतान किया गया। इनमें से कोई भी व्यक्ति ना तो निबंधित अभिकर्ता और ना ही निबंधित संवेदक है। बीडीओ ने कहा कि आमझर पंचायत के एक योजना में एक ही तिथि को दो लाख 45 हजार रुपये की राशि केयर फास्ट एजेंसी टुंडी रोड गोविंदपुर के बैंक खाते में भुगतान किया गया।
जांच में उक्त नाम का व कोई प्रतिष्ठान या दुकान टुंडी रोड गोविंदपुर में नहीं है। एक योजना इसी पंचायत के परघा स्थित कमार टोला के काली मंदिर में फाइबर ब्लाक निर्माण के नाम पर 14 माह पूर्व एक म ही तिथि में एक लाख 44 हजार की निकासी कर ली गई थी। वहीं दुधिया पंचायत में भी विकास योजनाओं की जांच के दौरान बीडीओ ने लाखों की गड़बड़ी पकड़ी है।
बीडीओ के अनुसार दुधिया पंचायत के तीन खराब जल मीनार की मरम्मत में विना कार्य कराए एक लाख साठ रुपये की निकासी लाभुक समिति के माध्यम से मुखिया उत्तम चौवे द्वारा की गई है। लाभुक समिति के अध्यक्ष व सचिव ने इस संबंध में वीडीओ को लिखित शिकायत की है। कहा कि मुखिया उत्तम चौवे द्वारा उन्हें बैंक बुलाकर खाली चेक पर हस्ताक्षर करा लिया गया। उन्हें दो हजार देकर बाकी पैसा अपने पास रख लिया। चेक बुक व पासबुक मुखिया के पास ही रहने की शिकायत वीडीओ से की। चार योजनाओं में कूल 9 लाख 40 हजार से भी अधिक राशि की निकासी की गई है। विभागीय निर्देशों का उल्लंघन कर पांच लाख 50 हजार रुपये की नकद राशि की निकासी का भी आरोप मुखिया पर लगाया है। बीडीओ ने इस मामले में मुखिया के विरुद्ध आॅनलाइन शिकायत दर्ज करने के साथ बलियापुर पुलिस से की है। वहीं दुधिया पंचायत के मुखिया उत्तम चौबे का कहना है कि आरोप निराधार है।.
सभी योजनाओं का कार्य कराने के बाद ही भुगतान किया है। कुछ कागजात और वाउचर जमा करने में विलंब हुआ है।इसके लिए बीडीओ से समय मांगा गया है। वहीं आमझर पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र रवानी ने लगे आरोप गलत बताया है। उन्होने कहा कि कार्य पूर्ण किया गया है। बीडीओ द्वारा लगाए जा रहे सभी आरोप गलत है। मैं जिला के उपायुक्त महोदय और सभी मीडिया कर्मियों से यह मांग करता हुं कि आप सभी लोग हमारे पंचायत में आकर देख ले की मैने सरकारी पैसा का गबन किया है कि आम जनता के लिए कार्य में लगाया है। विस्तृत जांच होने पर मामला स्पष्ट हो जाएगा।








