

+++++++++++वंदेभारतलाइवटीव न्युज ++++++++++
मंगलवार 09 सितंबर 2025-: 
हमारे भारतदेश के 15 वें उपराष्ट्रपति पद के लिए आज चुनाव हो रहा है। 15 वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान आज मंगलवार को जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उपराष्ट्रपति पद चुनाव के मतदान आज सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम 05 बजे तक जारी रहेगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उपराष्ट्रपति चुनाव मे पहले मतदान किया। एनडीए गठबंधन ने 68 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन जी को अपना उपराष्ट्रपति का प्रत्याशी बनाया, और इंडिया गठबंधन की ओर से 79 वर्षीय बी• सुदर्शन रेड्डी जी को अपना प्रत्याशी बनाया है। जानकारी के अनुसार उपराष्ट्रपति के इस चुनाव के लिए कुल 781 सांसद अपना मतदान करेंगे। मतगणना आज ही शाम को 06 बजे शुरू होने की संभावना है। मतगणना पूर्ण होने के बाद परिणाम भी आज ही घोषित किये जायेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कीसीआर की पार्टी बीआरएस, और ओड़िसा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जी की पार्टी बीजेडी ने उपराष्ट्रपति चुनाव से अपने आप को किनारा कर लिया है। जानकारी के अनुसार दोनों ही पार्टियों ने किसी भी गठबंधन का समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया है। मालूम हो कि राज्यसभा में बीआरएस के चार और बीजेडी के सात सांसद हैं। लोकसभा में इकलौते सांसद वाले शिरोमणि अकाली दल ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने से किनारा कर लिया है। आज रात में देश के नये उपराष्ट्रपति का ऐलान हो जायेगा। मालूम हो कि 21 जुलाई 2025 को जगदीश धनखड़ जी ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से त्यागपत्र दे दिया था , जिसके बाद यह पद खाली हो जाने फिर से उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराया जा रहा है। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य अपना मतदान करते हैं। भारत के संसद की मौजूदा स्थिति-: लोकसभा- 542(1पद रिक्त), राज्यसभा-239 सदस्य(6सीट खाली), कुल सांसद-781, । उपराष्ट्रपति पद चुनाव बहुमत- 391 सांसद चाहिए। राजनीतिक गठबंधनों की मौजूदा स्थिति-: भाजपा+एनडीए- 422सांसद(‘बहुमत से 31 ज्यादा), इंडिया गठबंधन- 319(बहुमत से 72कम ), सभी सांसद पार्टी लाइन पर यदि मतदान करें तो एनडीए गठबंधन उम्मीदवार सीपी•राधाकृष्णन जी के 422 और विपक्ष इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी• सुदर्शन रेड्डी जी के 319 मत माने जा रहें हैं। ऐसी परिस्थिति में एनडीए गठबंधन उम्मीदवार राधाकृष्णन जी की उपराष्ट्रपति पद पर जीत तय है। गुप्त मतदान में क्राॅस वोटिंग दोनों ही तरफ सै उपराष्ट्रपति जीत का समीकरण गड़बड़ कर सकती है।





