
देवरिया संवाद न्यूज एजेंसी,
वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज रिपोर्ट गाजीपुर

गौरी बाजार (देवरिया)। कस्बे में चिटफंड कंपनी के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आस्था लाइफ रियलिटीज लिमिटेड नामक कंपनी के संचालक इंद्रासन यादव ने ग्रामीणों से अधिक लाभ का लालच देकर उनकी गाढ़ी कमाई हड़प ली। संचालक लगभग एक करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया। पीड़ितों में अधिकतर महिलाएं हैं।
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कैसे हुआ घोटाला?
सूत्रों के मुताबिक, हाटा रोड निवासी इंद्रासन यादव ने कुछ माह पूर्व चिटफंड कंपनी की शुरुआत की थी। शुरू में भरोसा जीतने के लिए उसने कुछ निवेशकों को ज्यादा लाभ दिया। जैसे-जैसे लोगों का विश्वास बढ़ता गया, निवेशकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ।
कंपनी ने ग्रामीणों से निवेश के नाम पर बड़ी रकम ली।
महिलाओं को विशेष रूप से निशाना बनाया गया।
लाभ का झांसा देकर लाखों रुपये जमा कराए गए।
धीरे-धीरे कंपनी का दायरा बढ़ने के बाद संचालक ने पुराना कार्यालय बंद कर देवरिया-गोरखपुर मार्ग पर अपने घर में नया ऑफिस खोल लिया।
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कार्यालय में ताला, निवेशक हैरान
बुधवार सुबह निवेशक जब पैसे निकालने कंपनी के दफ्तर पहुंचे, तो वहां ताला लटका मिला। पूछताछ करने पर पता चला कि संचालक न केवल कार्यालय बल्कि अपना मकान भी बेचकर फरार हो गया है।
खबर फैलते ही लोगों में हड़कंप मच गया। गुस्साए उपभोक्ता सामूहिक रूप से थाने पहुंचे और पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
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पुलिस की कार्रवाई और जांच
प्रभारी थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने बताया:
पीड़ितों ने लिखित तहरीर दी है।
किसका कितना रुपया फंसा है, इसकी जांच की जा रही है।
पुलिस मामले में साक्ष्य जुटा रही है और आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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कितने लोग बने शिकार?
करीब एक करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है।
पीड़ितों में अधिकांश महिलाएं और ग्रामीण शामिल हैं।
अनुमान है कि कई और लोगों की रकम भी फंसी हुई है।
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लोगों का गुस्सा और आशंका
पीड़ितों का कहना है कि इंद्रासन यादव ने भोली-भाली महिलाओं को ज्यादा लाभ का लालच देकर ठगा। कई परिवारों ने अपनी पूरी जमा पूंजी निवेश कर दी थी। अब वे बुरी तरह परेशान हैं।
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प्रमुख बिंदु
चिटफंड कंपनी संचालक फरार, एक करोड़ रुपये का गबन।
महिलाओं समेत सैकड़ों लोग बने शिकार।
पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की।








