

आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के संबद्ध ईकाई जन सहकारी डिग्री कॉलेज बराप (गड़हनी) भोजपुर में आंतरिक कोष की लूट-पाट की गई।ज्ञात हो की गत माह 07 जून 2024 को प्रकाशित समाचार पत्रों में पब्लिकमनी के लूट-पाट के मामला को महाविद्यालय के कुछ शिक्षक कर्मचारियों ने उजागर किया था परंतु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अब तक महाविद्यालय के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि-सह-सचिव डॉ. राजू मोची एवं पदमुक्त हुए प्रभारी प्राचार्य संजय कुमार राय पर किए गए वित्तीय लूट-पाट के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं किया गया है।ऐसा लगता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के शह पर वित्तीय लूट-पाट की जा रही है।बताते चले की गत माह विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत ज्ञापांक-C/915/Estab/24 दिनांक-09/05/24 के माध्यम से प्रभारी श्री राय को अयोग्य शिक्षक घोषित करते हुए प्रभारी प्राचार्य के पद से हटाया गया है साथ ही पदमुक्त हुए विश्वविद्यालय प्रतिनिधि-सह-सचिव डॉ. राजू मोची का कार्यकाल 31/05/2024 को समाप्त होने के उपरांत भी महाविद्यालय के आंतरिक कोष से लगभग 30,00000 (तीस लाख) रुपए की निकासी दिनांक- 09/07/2024 से 20/07/2024 तक की गई है l प्रश्न यह उठता है कि जब सचिव द्वारा कर्मचारियों का नियमित वेतन का भुगतान 31/05/2024 तक कर दिया गया है तो फिर जुलाई माह में लगभग तीस लाख रूपये की निकासी कैसे हुआ ? इस वित्तीय लूट- पाट पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अब तक संज्ञान नही लिया जाना कहीं न कहीं विश्वविद्यालय की मिलीभगत पर संदेह को दर्शाता है।विश्वविद्यालय को चाहिए था कि इस पर यथाशीघ्र संज्ञान लेते हुए दोषियों के बिरूद्ध कार्रवाई करें साथ ही महाविद्यालय प्रशासन को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया जाना चाहिए।वहीं महाविद्यालय के सचिव एवं अध्यक्ष को गत माह से हो रही वित्तीय लूट-पाट पर संज्ञान लेते हुए कानूनी कार्रवाई करना चाहिए l उक्त घटना को लेकर महाविद्यालय के शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने कुलपति से मिलकर बात को जानकारी देते हुए एक ज्ञापन सौंपा है।

