
सिद्धार्थनगर। चिलिया थाना क्षेत्र के बोकनार गांव में नहर किनारे बनी झोपड़ी में हाजरा का रक्तरंजित शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए जांच तेज कर दी है। हाजरा के सिर पर गहरी चोट और झोपड़ी की हालत देखकर यह साफ हो गया कि मृत्यु किसी दुर्घटना का नतीजा नहीं, बल्कि सुनियोजित हमला है।
सबसे अधिक संदेह हाजरा के पति कमरुद्दीन के बयान पर है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह मौके पर मौजूद था और रोते हुए कह रहा था कि वह गेहूं पिसवाने गया था और लौटने पर पत्नी को खून से लथपथ पाया। पुलिस अब यह पड़ताल कर रही है कि वह कितनी देर बाहर था, किससे मिला और उसके बयान में कितनी सच्चाई है।
छप्पर से मिले धोए हुए कपड़े, पुलिस को हत्या की ओर इशारा
जांच को महत्वपूर्ण मोड़ तब मिला जब रात में तलाशी के दौरान झोपड़ी के छप्पर से धोया हुआ पैंट और शर्ट बरामद हुआ। माना जा रहा है कि यह पुरुष के कपड़े हैं और घटना के बाद जल्दबाजी में धोकर छिपाए गए। पुलिस ने कपड़ों को परीक्षण के लिए सुरक्षित कर लिया है।
पति का इतिहास भी उठा रहा प्रश्न
कमरुद्दीन की पहली पत्नी वर्ष 2015 में बेटी को लेकर अलग हो गई थी। उसी वर्ष उसने हाजरा से शादी की। दोनों की कोई संतान नहीं थी और पिछले पांच वर्षों से नहर किनारे झोपड़ी में रह रहे थे। पुलिस इस पृष्ठभूमि को भी जांच का अहम हिस्सा मान रही है।
सुनसान स्थान, संघर्ष के निशान नहीं — कई सवाल
घटनास्थल अत्यंत सुनसान है, जहां रात में किसी बाहरी का पहुंचना आसान नहीं। झोपड़ी में संघर्ष के स्पष्ट निशान भी नहीं मिले, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि हमला किसी बाहर वाले ने किया या यह घर के भीतर की घटना है।
सीओ शोहरतगढ़ मयंक द्विवेदी ने बताया कि पति की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मौत के कारण और चोटों के प्रकार को लेकर परीक्षण रिपोर्ट का इंतजार है।
कई बिंदुओं पर जांच तेज
पुलिस निम्न पहलुओं पर गहराई से जांच कर रही है—
मोबाइल लोकेशन
बरामद कपड़ों की फॉरेंसिक जांच
घटनास्थल की पड़ताल
ग्रामीणों के बयान
पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आएंगे और हाजरा की हत्या
की पूरी सच्चाई उजागर होगी।














