
निवाड़ी राजापुर क्षेत्र में बांस से निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों को प्रोत्साहित करने की दिशा में कलेक्टर श्रीमती जमुना भिडे ने आज निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बांस शिल्प से जुड़े विक्रेताओं एवं कारीगरों से संवाद कर उनके कार्य, विपणन और आजीविका से जुड़ी जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभों से अवगत कराया।
कलेक्टर श्रीमती भिडे ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में बांस एवं अन्य हस्तनिर्मित उत्पाद तैयार करने वाले कारीगरों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी व्यक्ति जो पारंपरिक रूप से बांस उत्पादों का निर्माण कर रहे हैं, उनका योजनाओं में पंजीयन सुनिश्चित किया जाए, जिससे उन्हें प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता एवं बाजार उपलब्ध हो सके।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि बांस शिल्प जैसे पारंपरिक व्यवसाय ग्रामीण आजीविका का सशक्त माध्यम हैं और इनके संरक्षण व संवर्धन से स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे क्षेत्रवार सर्वे कर पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार करें और समयबद्ध रूप से लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।









