
- जबलपुर संभाग का पनिका/पनका समुदाय 75 वर्षों से भुगत रहा है क्षेत्रीय बंधन का दंश
वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़ 🌐
मंडला MP हेमंत नायक महाराजपुर
मंडला मध्यप्रदेश पनिका/पनका समाज उत्थान एवं जनकल्याण समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार, 5 सितंबर को मंडला स्थित सांसद भवन में क्षेत्रीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने पनिका/पनका जाति पर लगे **क्षेत्रीय बंधन को सरकारी दस्तावेजों से हटाकर** उन्हें फिर से **अनुसूचित जनजाति (ST)** की श्रेणी में रखने पर गहन चर्चा की।
# पनिका समाज का 75 वर्षों का संघर्ष
समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी **पी.डी. खैरवार** ने एक विज्ञप्ति में बताया कि करीब सात दशक पहले मध्यप्रदेश सरकार ने जबलपुर संभाग के इस समुदाय पर क्षेत्रीय बंधन लगा दिए थे। इन बंधनों के कारण पनिका/पनका जाति को अनुसूचित जनजाति से हटाकर **अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)** में डाल दिया गया, जिससे उनका विकास बुरी तरह प्रभावित हुआ।
पी.डी. खैरवार ने कहा कि पनिका/पनका समाज का सामाजिक और आर्थिक विकास पहले से ही काफी पिछड़ा हुआ था। लगातार मांग के बावजूद क्षेत्रीय बंधन नहीं हटाए जाने से यह समुदाय शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में और भी पिछड़ता चला गया है। इस कारण समाज की **चार पीढ़ियां विकास नहीं कर सकीं**।
# सांसद कुलस्ते ने दिया आश्वासन
प्रतिनिधिमंडल ने सांसद कुलस्ते से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे पर सरकार को उचित सुझाव दें ताकि पनिका/पनका समुदाय को विकास की मुख्य धारा में वापस लाया जा सके। सांसद कुलस्ते ने इस गंभीर मुद्दे को समझा और जल्द ही सरकार को आवश्यक सुझाव देने का आश्वासन दिया है।
इस मुलाकात में समिति के **प्रदेश अध्यक्ष गणेश सोनवानी** के साथ-साथ जेठू दास पिटानिया, धर्मेंद्र धार्या, तुलसी दास पड़वार, सोना दास मानिकपुरी, बसोरी दास सोनवानी, नोखे दास सोनवानी, सुखदास बघेल, सुरेश बघेल, ईश्वर दास सोनवानी, अशोक संत, नाम दास सोनवानी, धनेश धनंजय, महेश खैरवार, संवरा सोनवानी, कलेश्वरी लारिया, बेगम टांडिया, सुग्रीव पड़वार, अजमेर दास सोनवानी, उत्तम दास खैरवार, ईश्वर गायग्वाल, पुरुषोत्तम दास और राजकुमार बघेल सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।














