उत्तर प्रदेशबस्ती

बस्ती मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, कई महिलाओं के टांके पके

अजीत मिश्रा (खोजी)

।। सिजेरियन के बाद मरीजों की जान जोखिम में:बस्ती मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, कई महिलाओं के टांके पके।।

    बस्ती-यूपी ।।        बस्ती महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक हॉस्पिटल कैली में स्वास्थ्य सेवाएं लचर साबित हो रही हैं। गायनी विभाग में डॉक्टरों की लापरवाही से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

डॉक्टर सिजेरियन प्रसव के बाद मरीजों की देखभाल नहीं कर रहे हैं। वे अपने जूनियर डॉक्टरों पर जिम्मेदारी छोड़ देते हैं। इससे कई महिलाओं के ऑपरेशन के टांके संक्रमित हो गए हैं। नर्स भी डॉक्टरों पर जिम्मेदारी डालकर बच निकलती हैं।वार्ड में उमस भरी गर्मी में सिजेरियन से प्रसव कराने वाली महिलाएं दर्द झेल रही हैं। तीमारदारों के विरोध के बाद दर्जनों मरीजों के घावों की सफाई कर नए टांके लगाए गए। संक्रमण की रोकथाम के लिए एक वार्ड को खाली कराकर दवाओं का छिड़काव किया गया। गायनी ओटी को भी कुछ घंटों के लिए बंद करना पड़ा। एक मरीज नेहा चौधरी के पति रवि ने बताया कि 8 अगस्त को भर्ती के बाद 15 दिन तक ऑपरेशन वाली जगह से मवाद निकलता रहा। डॉक्टर से शिकायत करने पर वे केवल धैर्य रखने की सलाह देकर चली जाती थीं। अंततः उन्हें जखनी गांव के एक निजी अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। अन्य मरीज सपना शर्मा और संगीता ने भी बताया कि ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने राउंड नहीं लिया। स्थिति गंभीर होने पर बुधवार को उनके दोबारा टांके लगाए गए। कई मरीजों के परिजन अपने मरीजों को डिस्चार्ज कराकर निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।

💫मरीज खुद लेकर आ रहे हैं संक्रमण—

गायनी इंचार्ज डॉ अलका शुक्ला ने बताया कि एक दर्जन मरीज को इंफेक्शन हुआ है ऐसे मरीजों को दोबारा टांका लगाना पड़ा, मरीज और साथ तीमारदार ही वार्ड में गंदगी लेकर आते हैं कई मरीज फटे पुराने कपड़े पहन कर आते हैं जिसके कारण वार्डों में इंफेक्शन फैला है, बार-बार समझाने के बावजूद तीमारदार मानने को तैयार नहीं होते वार्ड में घुस जाते हैं उनके जूते चप्पल सब गंदे होते हैं। वार्ड में कई दफा सैनिटाइजिंग कराई जा रही है, और लोगों को सफाई के लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।

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