
जिला कारागार में शुक्रवार को गैर इरादतन हत्या के मामले में विचाराधीन बंदी ने धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया। जब पहरेदारों ने उसे घायल अवस्था में पड़ा देखा तो जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में पुलिस अभिरक्षा में उसे मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताकर उसे लखनऊ रेफर कर दिया। बंदी ने जमानतदार न मिलने पर कदम उठाया है।श्रावस्ती जिले के भिनगा थाना क्षेत्र के बबरापुर गांव निवासी ननके उर्फ ननकने (23) बहराइच जिला कारागार में गैर इरादतन हत्या के मामले में विचाराधीन बंदी है। वह सात दिसम्बर को जेल में बंद हुआ था। उसने शुक्रवार शाम को सात बजे जेल के टॉयलेट में धारदार हथियार से अपना गला रेतकर जान देने की कोशिश की। ड्यूटी पर मौजूद पहरेदार काफी देर बीतने के बाद भी बंदी के बाहर न आने पर टॉयलेट के पास पहुंचे तो उसे घायल अवस्था में तड़पते हुए पड़ा देखा और जेल प्रशासन के उच्चाधिकारियों को सूचना दी। इससे हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन की अभिरक्षा में उसे एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने लखनऊ रेफर कर दिया है। जिला अस्पताल में भर्ती बंदी ने धीमी आवाज में बताया कि उसकी जमानत मंजूर हो गई है, लेकिन कोई जमानतदार नहीं मिल रहा है। जिसके चलते उसने धारदार हथियार से गला रेता है।
लोहे के टीन से काटा गला। जिला कारागार के जेलर अजय झा ने बताया कि बैरक से बंदी नित्यक्रिया के लिए शौचलय गया। वहां पर उसने शौचलय के लोहे के गेट के टीन को काटकर धारदार कर अपना गला रेत लिया। ड्यूटी पर मौजूद पहरेदारों ने जैसे ही उसे गला काटते हुए देखा, तो उसे तुरंत अस्पताल लेकर
संवाददाता पंकज कुमार शुक्ला
बहराइच