

निवाड़ी , ऐतिहासिक नगरी ओरछा की बेटी आराधना सेमरिया ने कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर विमानन क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। आराधना का चयन एक प्रतिष्ठित निजी एयरलाइंस में एयरहोस्टेस के पद पर हुआ है। प्रशिक्षण पूर्ण कर गुरुवार को घर लौटने पर परिजनों और स्थानीय नागरिकों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
आराधना की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है। वर्ष 2024 में 12वीं कक्षा के दौरान उन्होंने यूट्यूब पर एयरहोस्टेस से संबंधित एक वीडियो देखा, जिससे उनके मन में इस क्षेत्र में करियर बनाने का विचार उत्पन्न हुआ। इसके बाद उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से चयन प्रक्रिया, आवश्यक योग्यताओं और तैयारी की जानकारी स्वयं जुटाई।
18 वर्ष की आयु पूर्ण होते ही आराधना ने पासपोर्ट बनवाकर आवेदन किया। चयन प्रक्रिया के दौरान उन्हें पांच चरणों के साक्षात्कार से गुजरना पड़ा, जिनमें ऊंचाई, वजन, संवाद कौशल, आत्मविश्वास और व्यवहारिक दक्षता की बारीकी से जांच की गई। अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ होने से उन्हें चयन में लाभ मिला।
अपनी सफलता पर आराधना ने कहा कि एयरहोस्टेस बनने को लेकर कई भ्रांतियां समाज में फैली हैं। उन्होंने बताया कि “इस क्षेत्र में गोरा होना आवश्यक नहीं है, बल्कि स्वस्थ व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, संवाद क्षमता और सकारात्मक व्यवहार अधिक महत्वपूर्ण हैं।”
आराधना ने बताया कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान वे बुंदेलखंड क्षेत्र से एकमात्र प्रतिभागी थीं। इस दौरान उन्होंने अन्य राज्यों से आए प्रशिक्षुओं को ओरछा और बुंदेलखंड की सांस्कृतिक पहचान से भी परिचित कराया।
आराधना सेमरिया की यह उपलब्धि बुंदेलखंड की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत है और यह संदेश देती है कि संकल्प और सही मार्गदर्शन से छोटे शहरों से निकलकर भी बड़े सपने साकार किए जा सकते हैं।






