
पिण्डारूच गांव में द्रोण सम्मान समारोह व वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन
दरभंगा जिला के केवटी प्रखण्ड अंतर्गत पिण्डारूच गांव में सामाजिक संस्था मेधा कुञ्ज द्वारा संचालित विद्यालय द्रोण एकेडमी में 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के अवसर पर द्रोण सम्मान समारोह सह वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर प्रख्यात फिल्म निर्देशक संतोष ‘बादल’ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता अवकाश प्राप्त न्यायाधीश रूक्मिणी कान्त चौधरी ने की।
कार्यक्रम की शुरूआत श्रद्धापूर्वक आरंभ है प्रचंड के साथ हुई, जिसने समस्त दर्शकों का मन मोह लिया। विद्यालय के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को सजाया। सबसे पहले रामायण व महाभारत आधारित भक्ति गीतों पर बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष रूप से राखी कुमारी द्वारा प्रदर्शित शिव तांडव ने दर्शकों की तालियां बटोर लीं, वहीं अन्नू कुमारी के नेतृत्व में ‘अयगिरिनन्दिनी’ के माध्यम से दुर्गा जी के विभिन्न रूपों का प्रदर्शन अत्यंत प्रभावशाली रहा।
विद्यालय की वरिष्ठ छात्रा राशि कुमारी के नेतृत्व में ‘नमो नमो शंकरा’ और ‘राम सिया राम’ की प्रस्तुति ने पूरे मंच को उत्साह से भर दिया। छात्राओं ने मिलकर महाभारत चीरहरण का नाट्य और नृत्य माध्यम से चित्रण किया, जिसका नेतृत्व राखी, राशि एवं अन्नू ने किया। इसके अतिरिक्त विद्यालय के लड़कों ने आकाश एवं कृष्णा के नेतृत्व में ‘सरकारी स्कूल vs प्राईवेट स्कूल’ शीर्षक पर प्रहसन-नाट्य रूपी प्रस्तुति से हंसी का माहौल बनाया। छोटे बच्चों ने ‘रॉली-पॉली’, ‘तितली उड़ी’ और ‘नानी तेरी मोरनी’ जैसी राइम्स पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किए।
इस वर्ष प्रतिष्ठित द्रोण सम्मान से क्षेत्र के विद्वान शिक्षक इन्द्रनाथ महाराज को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि श्री संतोष ‘बादल’ एवं अध्यक्ष न्यायाधीश श्री रूक्मिणी कान्त चौधरी ने आचार्य इन्द्रनाथ महाराज को यह सम्मान प्रदान किया।
विशिष्ट अतिथियों में पंडित शिवनाथ महाराज, प्रदीप कान्त चौधरी, नवजीत चौधरी, महताब आलम, मणिकान्त चौधरी को भी सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि श्री बादल ने पिण्डारूच की धरती को साहित्यिक और आध्यात्मिक दृष्टि से उर्वरा धरती बताया। प्रदीप कान्त चौधरी ने ‘मैथिली प्रवेशिका’ को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने की महत्वपूर्ण बात रखी। नवजीत चौधरी ने स्थानीय सहयोग की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए विद्यालय के उज्जवल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम के मंच संचालन की जिम्मेदारी युवा अभिनेता-निर्देशक सागर सिंह ने निभाई, जबकि मंच निर्देशन की भूमिका में रंगकर्मी आलोक नाथ महाराज सक्रिय रहे। स्वागतकर्ता के रूप में अभिनेता नवीन चौधरी ने उपस्थित जनमानस का स्वागत किया।
कार्यक्रम का अंत बच्चों के पुरस्कार वितरण से हुआ, जिसमें विशेष रूप से सुमित कुमार को उत्कृष्ट कार्यकर्ता का पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त, संस्थापक सीतेश चौधरी ने स्वनिर्मित कविताओं का काव्य-वाचन कर उपस्थित जनों का मन मोह लिया।
यह विद्यालय क्षेत्र का एकमात्र ऐसा संस्थान है, जो अश्लील गीतों के दौर में पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को संरक्षित रखते हुए बच्चों को AI शिक्षा और डॉक्यूमेंट्री निर्माण की भी शिक्षा देता है। इस प्रेरणादायक आयोजन ने शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।