
“वंदे भारत लाईव्ह टीव्ही न्युज “. जिल्हा प्रतिनिधी:-डॉ. पंजाबराव खाडे. “भारत जैसे लोकतांत्रिक देशमे मिले पत्रकारोंको सफर मे शासकीय छुट”….! ‘भारतीय ‘लोकतंत्र’ का चवथा स्तंभ जो अपनी जान की पर्वा बगैर किये खबरे इकट्ठा कर शासनको या व्यक्ती को सच का आईना दिखाता है। ऐसे करते समय बडा कठिनाईयों सामना करना पडता है।लंबे समयतक सफर करना या एक जगह (खबर के लिये)सच्चाई निकालने के लिये टिके रहना पडता है। एसे मे उनकी आर्थिक स्थिती कमजोर पड रही है। चाहकर भी दुसरी जगह की खबर इकट्ठा कर, समाजके सामने ला नही पाते। ऐसे समय बस,या रेल मे पत्रकार को शतप्रतिशत सहछुलियत मीले तो,वह कही की भी सच्ची खबर जनता के समक्ष लाकर ऊजागर कर सकता है। भारतिय ‘लोकतंत्र’ बचाने पत्रकारिता की बडी भुमिका रही है। यह लोकतंत्र मे जींदा रहे यह जरुरी है। तो पत्रकार पनपना जरुरी,बहुत जरुरी है। राज्य सरकार, केंद्र सरकार गौर करे,पत्रकार को शासकीय योजना के साथ साथ भारत मे कही भी सफर करने मे बस सेवा,रेल्वे मे शतप्रतिशत छुट दे।








