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सिद्धार्थनगर ।। बांसी में गांजा तस्करों का बढ़ता आतंक युवा पीढ़ी बर्बादी की ओर।।

।। सूत्रों की माने - सफेदपोश के आगे हो जाते हैं नतमस्तक, सुविधा शुल्क के आगे हो जाते है बेबस।।

सिद्धार्थनगर ।। बांसी में गांजा तस्करों का बढ़ता आतंक युवा पीढ़ी बर्बादी की ओर।।

12 दिसंबर 25, उत्तर प्रदेश।

🔥बांसी इटवा में दिनेश जायसवाल, सुशील जायसवाल नाम का व्यापारी कई जगह लगा रखा दुकान। रोजाना होता है 30 से 40000 का वारा न्यारा।

सूत्रों की माने – सफेदपोश के आगे हो जाते हैं नतमस्तक, सुविधा शुल्क के आगे हो जाते है बेबस।

🔥 बाराबंकी बहराइच से आकर इटवा, डुमरियागंज, बांसी, जोगिया उदयपुर, बर्डपुर, सिद्धार्थनगर शहर के अंदर करते हैं गांजा सप्लाई।

गांजा तस्करों का बढ़ता कारोबार रुकने का नही ले रहा नाम। गांजा तस्करों के कारोबार और सुविधा शुल्क के आगे बड़े बड़े हो जा रहे नतमस्तक। गांजा तस्करों के बढ़ते नशे के काकस में फंस कर बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी। बांसी में भूजा के दुकान के सामने सहित अन्य इलाकों में बिक रहा गाँजा।

🔥 जिले में गांजा कारोबार धड़ल्ले से जारी प्रशासन का डर नहीं बेखौफ है व्यापारी।खबर चलने के बाद बदल देते हैं अपना जगह।

सिद्धार्थनगर जिले के बांसी और इटवा क्षेत्रों में नशीले पदार्थों की तस्करी और खुलेआम बिक्री को लेकर स्थानीय स्तर पर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बांसी क्षेत्र के भीतर खुलेआम गांजा बेचे जाने के दावे किए जा रहे हैं। 

💫 रिपोर्टों और स्थानीय दावों के अनुसार, इस अवैध कारोबार की मुख्य जानकारी इस प्रकार है:—

💫 मुख्य आरोप और गतिविधियां:—

वायरल वीडियो: बांसी में एक व्यक्ति द्वारा गांजा बेचते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर हड़कंप मच गया है।

सक्रिय तस्कर: स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दिनेश जायसवाल और सुशील जायसवाल जैसे नाम इस अवैध कारोबार में संलिप्त बताए जा रहे हैं, जो कथित तौर पर बांसी और इटवा में कई स्थानों पर दुकानें चला रहे हैं।

आर्थिक पक्ष: दावों के मुताबिक, इस कारोबार से रोजाना 30,000 से 40,000 रुपये का अवैध लेनदेन होता है।

सप्लाई चेन: तस्कर बाराबंकी और बहराइच जैसे जिलों से नशीले पदार्थ लाकर इटवा, डुमरियागंज, बांसी, जोगिया उदयपुर, बर्डपुर और सिद्धार्थनगर शहर के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई करते हैं। 

💫 जिले में नशीले पदार्थों के खिलाफ हालिया कार्रवाई:—

सिद्धार्थनगर प्रशासन और पुलिस लगातार नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रहे हैं: 

सीमा पर कार्रवाई: सितंबर 2025 में सिद्धार्थनगर बॉर्डर पर बस के गीजर में छिपाकर लाई जा रही 14 किलो ‘थाईलैंड निर्मित गांजा’ (हाइड्रोपोनिक वीड) की खेप पकड़ी गई थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 14 करोड़ रुपये बताई गई।

स्मैक की बरामदगी: अगस्त 2025 में ढेबरुआ पुलिस और एसएसबी की संयुक्त टीम ने भारत-नेपाल सीमा के पास 52.09 ग्राम स्मैक के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया था।

जेल में भ्रष्टाचार: अक्टूबर 2024 में सिद्धार्थनगर जिला कारागार के अंदर गांजा बिकवाने का मामला सामने आने पर डिप्टी जेलर सहित चार कर्मियों को निलंबित किया गया था।

नशीली दवाएं: दिसंबर 2024 में पुलिस और एसएसबी ने मोहाना क्षेत्र में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाएं बरामद कीं। 

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