उत्तर प्रदेशबाराबंकी

रामस्वरूप में एबीवीपी छात्रों पर लाठीचार्ज का मामला क्या है? LLB वाली बात से भड़का बवाल, पूरी बात समझिए

अजीत मिश्रा (खोजी)

।। रामस्वरूप में एबीवीपी छात्रों पर लाठीचार्ज का मामला क्या है? LLB वाली बात से भड़का बवाल, पूरी बात समझिए।।

बाराबंकी में श्रीरामस्वरूप यूनिवर्सिटी के एलएलबी छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता नवीनीकरण ना होने पर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

 बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में श्रीरामस्वरूप यूनिवर्सिटी के LLB छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज का मामला गरमाया हुआ है। जानिए अब तक मामले में क्या-क्या हुआ है। मंगलवार की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मंडलायुक्त से जांच कराए जाने और विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये हैं। छात्रों के प्रतिनिधि मंडल ने सरकार द्वारा नामित जांच टीम में शामिल मंडलायुक्त राजेश कुमार और आईजी प्रवीण कुमार से मिल कर ठोस कार्यवाही करने की मांग रखी है।

बाराबंकी में नगर कोतवाली क्षेत्र के गदिया में स्थित (SRMU) श्रीरामस्वरूप यूनिवर्सिटी में LLB पाठ्यक्रम को लेकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता नवीनीकरण न होने पर सोमवार को छात्रों ने प्रदर्शन किया था। जिसके साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं समर्थन देकर प्रदर्शन में शामिल हुए थे। आरोप है कि कॉलेज गेट पर छात्रों का पूरे दिन चले प्रदर्शन के बीच पुलिस से नोक झोंक के बाद लाठी चार्ज में एबीवीपी कार्यकर्ता सहित 20 से अधिक छात्र घायल होने पर मामले ने तूल पकड़ लिया।

सीएम योगी ने दिए जांच और एफआईआर के निर्देश

छात्रों की पिटाई से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐक्शन लेते हुए श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय प्रकरण की जांच के आदेश दिये और दोषी अफसरों के के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। मामले को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री से मिल कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। मंत्री ने बताया कि रामस्वरूप मेमोरियल विवि में एलएलबी पाठ्यक्रम की मान्यता का समय से नवीनीकरण न कराए जाने के कारण छात्रों के भविष्य में अनिश्चितता की स्थिति उत्पन्न हुई थी।

अवैध वसूली और छात्रों की मांगों को दबाने जैसे मामले भी सामने आए हैं। जिनकी गंभीरता से जांच की जाएगी। प्रवेश के समय अवैध वसूली और छात्रों की न्यायोचित मांगों को दबाने के लिए बाहरी तत्वों को सहयोग देने जैसी घटनाएं अत्यंत गंभीर हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह मान्यता और पाठ्यक्रम संचालन संबंधी सभी मानकों का पालन करे। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ सरकार कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

जांच अधिकारियों से मिले छात्र

(SRMU) श्रीरामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय बाराबंकी में जांचाधिकारी मंडलायुक्त अयोध्या राजेश कुमार और आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के प्रतिनिधिमंडल से घटना को लेकर मुलाकात की। जिसमें राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल, काशी प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह, गोरक्ष प्रांत मंत्री मयंक राय, कानपुर प्रांत मंत्री शिवा राजे बुंदेला, अवध प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद सदस्य सृष्टि सिंह तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद सदस्य ऋषभ सिंह बिसेन सहित प्रतिनिधिमंडल ने जांचअधिकारी को घटना की पूरी जानकारी दी।

दोषियों पर कार्यवाही की मांग पर अड़े छात्र

अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने बताया कि “विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों और प्रशासन के बीच पुलिस का हस्तक्षेप सर्वथा अनुचित है। सीओ के आते ही शांतिपूर्ण छात्रों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया। हम इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच और इसमें शामिल सभी दोषी अधिकारियों तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई की मांग करते हैं।

छात्रों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि विद्यार्थियों की मांगें तय समय-सीमा के भीतर पूरी नहीं की गईं तो अभाविप के कार्यकर्ता छात्रहित में आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार एवं विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।” वहीं जांच अधिकारी ने छात्रों को निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिया।

सपा के निशाने पर बीजेपी

छात्रों पर पुलिस बर्बरता पर सपा और कांग्रेस छात्र संगठनों के साथ भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने घटना की निंदा की। संगठनों ने डीएम कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा, संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग की। समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल साइट एक्स पर सरकार पर तंज कसते हुए लिखा कि “जिनके ऊपर उनके अपने दल के लोग अंदरुनी साजिशों का आरोप लगाते रहे हैं, उनके बिगड़े बोल पर लगाम दिल्ली वाले लगाएंगे या लखनऊ वाले। दूसरों पर उंगली उठाने वाले पहले पाना दल-घर सुधारें”।

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