
आपको बताते चले की हैदराबाद के 400 एकड़ में फैले कांचा गाजीबोवली जंगल को काटने पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. लेकिन आंदोलनकारियों की ये तात्कालिक जीत है. अभी इस मामले में आगे भी सुनवाई होनी है. हालांकि इन सब के बीच पेड़ बचाने के अभियान में एक और आंदोलन जुड़ गया है. आइए नजर डालते हैं कांचा गाजीबोवली से लेकर देश में जंगल बचाने को लेकर हुए आंदोलनों पर… हैदराबाद।जब जब जंगल काटने का प्रयाश हुआ बचाने के लिए आंदोलन भी हुए. उत्तराखंड में 1973 में हुए चिपको आंदोलन से लेकर हैदराबाद में कांचा गाजीबोवली जंगल को बचाने के लिए छात्र, स्थानीय लोग और पर्यावरणरविद् सड़क पर उतर आए हैं. बड़े विरोध के बाद मामला कोर्ट पहुंचा. अब इस जंगल को काटने पर रोक लग गई है. लेकिन विकास के नाम पर हरे-भरे जंगल को काटना कितना सही है, इस पर भी चर्चा होना जरूरी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगल कटने से लोकल ईको सिस्टम पर फर्क पड़ेगा.






