
महुली सोनभद्र(राकेश कुमार कन्नौजिया)_
राजा बरियार शाह खेल मैदान पर इन दिनों ठंडे कोहरे के बीच फुटबॉल का ऐसा जुनून उमड़ पड़ा है, जो हर दर्शक को रोमांच और प्रेरणा से भर देता है। 18 जनवरी से शुरू हो रहे 78 वा अंतरराज्यीय फुटबॉल टूर्नामेंट से पहले युवा खिलाड़ी घने कोहरे, बर्फीली हवाओं और कम दृश्यता की चुनौती को मात देते हुए तड़के सुबह मैदान में अभ्यास कर रहे हैं। दर्जन भर से अधिक खिलाड़ी पूरे समर्पण, अनुशासन और जज्बे के साथ पसीना बहा रहे हैं।
स्थानीय कोच राजनाथ गोस्वामी ने बताया कि कोहरा खिलाड़ियों के हौसलों को डिगा नहीं पा रहा। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश की मजबूत टीमों से भिड़ने के लिए खिलाड़ी पूरी तरह तैयार हैं। उनका कहना है कि यह टूर्नामेंट महुली और आसपास के गांवों के युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर है।
टूर्नामेंट आयोजक राजा बरियार शाह फुटबॉल क्लब के अध्यक्ष अरविंद जायसवाल ने कहा कि जहां एक ओर फुटबॉल खेल धीरे-धीरे कम होता जा रहा है, वहीं महुली के इस ऐतिहासिक मैदान पर फुटबॉल की परंपरा पिछले 77 वर्षों से निरंतर जीवित है। क्लब के उपाध्यक्ष वीरेंद्र कनौजिया ने बताया कि यह आयोजन आदिवासी क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें बड़े मंच तक पहुंचाने का सशक्त प्रयास है। कोषाध्यक्ष कमलेश कनौजिया ने बताया कि आयोजन को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह है और हर वर्ग का सहयोग मिल रहा है।
कड़ाके की ठंड और उमस भरे मौसम में अभ्यास कर रहे खिलाड़ी न केवल अपनी शारीरिक फिटनेस को धार दे रहे हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को हर मुकाबले के लिए मजबूत बना रहे हैं। मैदान में रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि मुकाबले में विरोधियों को उसी तरह चौंकाया जा सके, जैसे अचानक छाया कोहरा रास्ता बदल देता है।
यह अंतरराज्यीय फुटबॉल टूर्नामेंट महुली को खेल मानचित्र पर नई पहचान देगा, ग्रामीण युवाओं के सपनों को पंख लगाएगा और साबित करेगा कि जब जुनून हो, तो कोहरा भी रास्ता नहीं रोक सकता।









