
छत्तीसगढ़ :- रायपुर में नकली पनीर फैक्ट्री का भंडाफोड़: नाले के ऊपर चल रहा था मिलावट का गोरखधंधा
रायपुर :- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिलावटखोरों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि वे शहर के बीचों-बीच नाले के ऊपर नकली पनीर की फैक्ट्री चला रहे थे। शंकर नगर इलाके में रामानंद बाघ द्वारा संचालित एक फूड प्रोडक्शन यूनिट पर स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त छापेमारी में नकली पनीर बनाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। यह कारखाना जनस्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए अस्वच्छ परिस्थितियों में नकली पनीर तैयार कर रायपुर और ओडिशा के होटलों व ढाबों में सप्लाई कर रहा था।
पाम ऑयल और फैट से बन रहा था नकली पनीर
छापेमारी के दौरान पता चला कि फैक्ट्री में सस्ते और घटिया क्वालिटी के पाम ऑयल, फैट के डल्ले, और दूध पाउडर का उपयोग कर नकली पनीर बनाया जा रहा था। इन सामग्रियों को मिलाकर पनीर जैसा गाढ़ा रूप दिया जाता था। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि यह सब गंदे नाले के ऊपर बनी फैक्ट्री में हो रहा था, जहां साफ-सफाई का कोई नामोनिशान नहीं था।
एनालॉग लाइसेंस की आड़ में धोखाधड़ी
संचालक रामानंद बाघ ने एनालॉग उत्पाद बनाने का लाइसेंस लिया था, जो सीमित स्तर पर वैकल्पिक डेयरी उत्पाद बनाने की अनुमति देता है। लेकिन उसने इस लाइसेंस की आड़ में नकली माल को पनीर के रूप में बाजार में बेचा। यह माल पॉलीथिन में पैक कर रायपुर के होटलों, ढाबों और ओडिशा तक भेजा जा रहा था।
अस्वच्छ थर्माकोल डिब्बे में पैकिंग
छापे के दौरान कारखाने में जो दृश्य सामने आया, वह बेहद चौंकाने वाला था। नकली पनीर को मछली रखने वाले पुराने, सड़े-गले थर्माकोल डिब्बे में पैक किया जा रहा था, जो सेकेंड-हैंड खरीदे गए थे। ये डिब्बे पूरी तरह अस्वच्छ और खाद्य सुरक्षा मानकों के खिलाफ थे।
कम लागत, मोटा मुनाफा
रामानंद ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह एक किलो नकली पनीर 180 रुपये में तैयार करता था और इसे 240 से 250 रुपये प्रति किलो की दर से होटल संचालकों और सप्लायर्स को बेचता था। यह मिलावट महज मुनाफे के लिए जनस्वास्थ्य के साथ खुला खिलवाड़ थी।
नियमों की उड़ी धज्जियां
सहायक आयुक्त (खाद्य सुरक्षा) ने बताया कि खाद्य उत्पादों की पैकिंग पर सामग्री, पोषण तत्व, निर्माण और समाप्ति तिथि जैसी जानकारी अंकित करना अनिवार्य है। लेकिन इस फैक्ट्री में नकली पनीर को खुले पॉलीथिन में पैक कर बेचा जा रहा था, जो खाद्य सुरक्षा नियमों का खुला उल्लंघन है।
विभागीय कार्रवाई और जब्ती
छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली पनीर, कच्चा माल, अस्वच्छ थर्माकोल क डिब्बा और पैकिंग सामग्री जब्त की गई। खाद्य सुरक्षा विभाग ने पनीर के नमूने जांच के लिए भेजे हैं, जिनकी रिपोर्ट के आधार पर संचालक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जांच में लाइसेंस और अन्य दस्तावेजों में भारी अनियमितताएं पाई गई हैं।
जनता से अपील
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अज्ञात स्रोतों से आने वाले डेयरी उत्पादों का सेवन करने से बचें। किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ के बारे में तुरंत खाद्य सुरक्षा हेल्पलाइन या नजदीकी प्रशासनिक कार्यालय में शिकायत करें। इस घटना ने रायपुर में खाद्य मिलावट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत को फिर से उजागर किया है।











