
नगरी/ 25 दिसंबर 2025 धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक के ग्राम बोराई में एक महिला के निधन के बाद सामाजिक और धार्मिक विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मृतका द्वारा कुछ वर्ष पूर्व धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाए जाने के कारण उनके अंतिम संस्कार की जगह को लेकर ग्रामीण और स्थानीय निवासी आमने-सामने आ गए हैं।
बोराई गांव से शुरू हुआ विवाद
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम बोराई की निवासी महिला ने कुछ साल पहले ईसाई धर्म अपना लिया था। आज उनके निधन के बाद जब परिजनों ने अंतिम संस्कार की तैयारी की, तो गांव के कुछ लोगों ने शव को गांव की सीमा के भीतर दफनाने का कड़ा विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों की स्पष्ट आपत्ति थी कि धर्म परिवर्तन के बाद गांव की जमीन पर अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं दी जाएगी।
नगरी में भी विरोध की गूँज
गांव में विरोध बढ़ता देख शव को नगरी लाया गया। प्रशासन की देखरेख में नगरी में अंतिम संस्कार के लिए गड्ढा खोदने की तैयारी शुरू की गई, लेकिन जैसे ही इसकी खबर नगरी के स्थानीय निवासियों को मिली, वहां भी विरोध के स्वर उठने लगे। नगरी के लोगों ने भी शहर की सीमा में शव दफनाने पर अपनी कड़ी आपत्ति जताई, जिससे स्थिति और अधिक पेचीदा हो गई।
प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती
मामले की गंभीरता और बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी तत्काल मौके पर पहुँचे। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने और बीच का रास्ता निकालने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन घंटों चली बातचीत के बाद भी समाचार लिखे जाने तक कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई है।
कांकेर जैसी घटना की पुनरावृत्ति का डर
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व कांकेर जिले के आमाबेड़ा गांव में भी धर्म परिवर्तन और अंतिम संस्कार को लेकर इसी तरह का विवाद सामने आया था, जिसने बाद में उग्र रूप धारण कर लिया था। पुराने अनुभवों को देखते हुए प्रशासन इस समय बेहद सतर्क है।
वर्तमान स्थिति
फिलहाल पूरे क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस बल मौके पर तैनात है और प्रशासन लगातार स्थिति को नियंत्रित करने के साथ-साथ शव के सम्मानजनक अंतिम संस्कार के लिए शांतिपूर्ण समाधान तलाशने में जुटा है।








