
+++++ सोमवार 22सितंबर 2025 +++++++++++
नागपुर-: विजयादशमी के पावन अवसर पर नागपुर शहर में आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष उत्सव में देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी पर्व उत्सव सबसे प्रमुख आयोजन मे से होता है। इस अवसर पर संघ प्रमुख द्वारा दिया जाने वाला भाषण भी राष्ट्रीय स्वयंसेवकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण मार्गदर्शन होता है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर जी ने इस आयोजन की जानकारी देते हुए शताब्दी वर्ष में संघ द्वारा नियोजित किए गए कार्यक्रमों की जानकारी दी। जानकारी के अनुसार संघ के शताब्दी वर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरे देश भर में हिंदू सम्मेलन का आयोजन करेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष विजयादशमी के दिन से शुरुआत हो जायेगा। 17 अप्रैल 1926 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक स्व• केशव बलिराम हेडगेवार जी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इस संगठन की नीव रखी थी। संघ ने अपने कार्यों के सौ वें वर्ष को व्यापक रूप से मनाये जाने का निश्चय किया है। इसके लिए कुछ प्रमुख खास कार्यक्रमों को निश्चित किया गया है। जानकारी अनुसार संघ के पंच परिवर्तन कार्यक्रम के साथ ही पूरे देशभर में हिंदू सम्मेलनों का आयोजन किया जायेगा। इसकी जानकारी अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर जी ने दी। जानकारी अनुसार यह हिंदू सम्मेलन बस्तियों मंडलों मे आयोजित किये जायेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसार भारत एक हिंदू राष्ट्र है, संघ केवल इसकी भावना को जागृत करने का कार्य कर रहा है। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर जी ने संघ के सौ वर्ष के इस सफर की उपलब्धि को लेकर कहा कि अब हमारे देश में संघ की सोच विचार का प्रसार हो रहा है। समाज भी इसमे अपना योगदान दे रहा है। संघ शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद जी उपस्थित रहेंगे। देश विदेश के कई गणमान्यों को भी इस अवसर पर आमंत्रित किया गया है। मालूम हो कि बीते दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में संघ प्रमुख के संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। शताब्दी वर्ष के दौरान इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाने की जानकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा दी गई है। प्रतिवर्ष विजयादशमी के दिन संघ का पथ संचालन होता है, इस बार इसमे कुछ परिवर्तन किया गया है। नागपुर शहर में तीन स्थानों पर संघ का पथ संचालन किया जायेगा।