A2Z सभी खबर सभी जिले कीअन्य खबरेमध्यप्रदेशसागर

पुलिस कंट्रोल रूम की संवेदनशीलता व प्रयास से नौजवान के भविष्य को मिला नया जीवन

सागर |वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज रिपोर्टर सुशील द्विवेदी 8225072664 * जिला बांदा, उत्तर प्रदेश के एक छोटे से ग्राम उतरवा निवासी नौजवान रामभजन निषाद अपने साथियों के साथ सागर में आयोजित आर्मी भर्ती प्रक्रिया देखने हेतु सागर आया था। सागर रेलवे स्टेशन से ऑटो द्वारा आर्मी कैंप जाते समय उसका एक बैग, जो ऑटो के पीछे रखा हुआ था, अनजाने में उसी ऑटो में छूट गया।बैग में रामभजन निषाद के सभी मूल शैक्षणिक दस्तावेज, पहचान पत्र एवं महत्वपूर्ण कागजात एक ही फाइल में रखे हुए थे। बैग के गुम होने से वह मानसिक रूप से अत्यधिक परेशान हो गया। काफी तलाश के बाद जब बैग नहीं मिला, तो उनके एवं उनके साथ आए दोस्तो द्वारा प्रयास किए गए, किंतु प्रारंभिक रूप से बैग का पता नहीं चल सका।
लगभग 20 दिन बाद इसी प्रकार की एक अन्य घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम सागर को प्राप्त हुई, जिसमें एक बैग ऑटो में छूटने की जानकारी थी। इस सूचना पर पुलिस कंट्रोल रूम सागर के उप निरीक्षक आर.के.एस. चौहान द्वारा तत्परता दिखाते हुए ऑटो के फोटो सहित जानकारी को विभिन्न व्हाट्सएप एवं अन्य सोशल मीडिया ग्रुपों में व्यापक रूप से प्रसारित (वायरल) किया गया। इस वायरल सूचना को देखकर संबंधित ऑटो चालक/मालिक को स्मरण हुआ कि कुछ समय पूर्व उसके ऑटो में एक बैग छूटा था, जिसे उसने सुरक्षित रूप से अपने घर के एक कोने में रख दिया था। वह तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम सागर पहुंचा और बैग पुलिस को सौंप दिया। बैग में रखे सभी दस्तावेज पूरी तरह सुरक्षित एवं मूल अवस्था में पाए गए, किंतु उसमें दिए पते के आधार पर केवल जिला बांदा एवं ग्राम उतरवा की जानकारी उपलब्ध थी। इसके पश्चात उप निरीक्षक आर.के.एस. चौहान एवं उनकी टीम द्वारा अत्यंत धैर्य एवं परिश्रम से बांदा पुलिस कंट्रोल रूम, से जिले के थानों के नंबर लेकर ग्राम की जानकारी ली गई थाना एवं स्थानीय स्तर पर संपर्क स्थापित किया गया। लगभग 10–15 फोन कॉल के बाद यह पुष्टि हुई कि ग्राम उतरवा बदौसा थाना क्षेत्र में आता है। आगे ग्राम प्रधान श्रीमती गायत्री सिंह से संपर्क कर युवक रामभजन निषाद की पहचान सुनिश्चित की गई। अगले दिन ग्राम प्रधान के माध्यम से रामभजन से संपर्क स्थापित हुआ, जिससे उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।आज दिनांक 27.12.2025 को रामभजन निषाद को पुलिस कंट्रोल रूम सागर बुलाकर उसका बैग, उसमें रखा समस्त सामान एवं उसकी बहुमूल्य शैक्षणिक दस्तावेजों की फाइल सकुशल सुपुर्द की गई। दस्तावेज प्राप्त करते समय उसकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। उसने बताया कि सभी दस्तावेज एक ही फाइल में होने के कारण वह अत्यधिक मानसिक तनाव में था और भविष्य को लेकर चिंतित हो गया था। इस संपूर्ण सराहनीय कार्यवाही में उप निरीक्षक आर.के.एस. चौहान,प्रधान आरक्षक आशीष दुबे,आरक्षक गौरव कोरी द्वारा पूर्ण निष्ठा, संवेदनशीलता एवं मानवीय दृष्टिकोण से कार्य करते हुए युवक का खोया हुआ बैग एवं उसका भविष्य सुरक्षित किया गया।

Back to top button
error: Content is protected !!