

एक जनवरी 2026 से प्रदूषण जांच (पीयूसी) महंगी हो जाएगी। बिना वैध पीयूसी प्रमाण-पत्र के वाहन चलाने वालों पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना प्रदूषण भी लगाया जा सकता है।
एआरटीओ प्रशासन शिवशंकर सिंह के अनुसार पेट्रोल से चलने वाले दोपहिया वाहनों की पीयूसी जांच अब 65 रुपये की जगह 70 रुपये में होगी। पेट्रोल, एलपीजी या सीएनजी से चलने वाले तिपहिया वाहनों के लिए शुल्क 85 रुपये से बढ़ाकर 90 रुपये कर दिया गया है।
इसी तरह पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी से चलने वाले चार पहिया वाहनों की पीयूसी जांच का शुल्क 90 रुपये तय किया गया है, जबकि डीजल वाहनों के लिए यह शुल्क 120 रुपये रहेगा। परिवहन विभाग का कहना है कि बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए यह कदम जरूरी था
सड़कों पर चल रहे कई वाहन प्रदूषण मानकों पर खरे नहीं उतर रहे हैं, जिससे पर्यावरण के साथ-साथ आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है। इसी वजह से जांच व्यवस्था को और कड़ा किया जा रहा है।








