
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में नवागत शोधार्थियों के दीक्षारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कविता शाह ने की। उन्होंने शोधार्थियों को नवाचार, अनुसंधान नैतिकता और अंतर-विषयक अनुसंधान पर जोर देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एक शोधार्थी केवल ज्ञान का उपभोक्ता नहीं, बल्कि एक सृजनकर्ता भी होता है।समाज की समस्याओं के समाधान के लिए अपने शोध को समर्पित करना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर कोर्स वर्क में उत्तम प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक दो संकायों के दो-दो शोधार्थियों के लिए मेरीटोरियस फैलोशिप की भी घोषणा की। प्रो. प्रकृति राय ने कहा कि शोधार्थियों विद्यार्थियों को अनुप्रयोग परख शोध पर जोर देना चाहिए। प्रो. नीता यादव ने नई दृष्टिकोण एवं रचनात्मकता के साथ सामाजिक विज्ञानों के संदर्भ में गहन अध्ययन करने और अंतर-विषयक शोध को प्रोत्साहित करने की सुझाव दिया