
कोरबा :- 27 सितंबर 2025: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरबा जिले के हरदी बाजार पहुंचे और भू-विस्थापितों से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान ग्रामीणों के सामने कोयला खदानों के लिए ली जाने वाली जमीन का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रशासन या कंपनी से डरने की बजाय लोगों को अपने अधिकारों के लिए डटकर लड़ना चाहिए।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि कोयला कंपनी खदान विस्तार के लिए कई गांवों में जमीन लेने के बाद अब हरदी बाजार पर भी नजर रख रही है। लगातार इलाके का सर्वे करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण इसे रोका गया।
विस्थापित संगठन के कार्यक्रम में भूपेश बघेल के अलावा कटघोरा के पूर्व विधायक बौदराम कंवर और पुरुषोत्तम कंवर ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने अधिकारियों की मनमानी और ग्रामीणों के साथ अन्याय पर सवाल उठाए।
सभा के बाद मीडिया से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा कि हरदी बाजार में जो समस्याएँ हैं उनका समाधान करने की बजाय मामला उलझाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भू-विस्थापितों को उनकी जमीन का मुआवजा 2004 के बजाय 2025 के बाजार मूल्य के हिसाब से दिया जाना चाहिए।
भूपेश बघेल ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे मनमानी करना बंद करें, और ग्रामीणों से कहा कि कोयला कंपनी से डरने की बजाय उसके खिलाफ जमकर लड़ें। उन्होंने यह भी बताया कि साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड भारत सरकार के अधीन आता है और इसके नियमों के तहत विस्थापितों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।