
मछरेहटा सीतापुर। विकासखंड मछरेहटा में कार्यरत पंचायत सचिव संदीप कुमार के पास लगभग 3 वर्षों से अधिक एडीओ पंचायत का अतिरिक्त प्रभार 8 ग्राम पंचायतों का कार्यभार भ्रष्टाचार से लबा-लब दिखाई पड़ रहा है। पंचायत सचिव संदीप कुमार के पास दो कलेक्टर 1. सिसेंडी के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिसेंडी, गेंधरिया ,माधवपुर भेलांवा,बिजुआ मऊ, अतिरिक्त कलेक्टर 2.राजेपारा, के अंतर्गत ग्राम पंचायत राजेपारा मिर्जापुर उत्तरी, मछरेहटा का कार्यभार है। साथ में अतिरिक्त प्रभार के रूप में एडीओ पंचायत की भी कमान सौंपी गई है। उक्त सभी पंचायतों में मानकों के विपरीत विधि विरुद्ध चहेती फर्मों पर भुगतान लगाकर सरकारी धन का बंदर बांट किया गया। सचिव द्वारा अपनी कार्यभार पंचायत से लेकर अन्य पंचायतों में केवल नल रिबोर व नल मरम्मत पर मात्र वर्ष 2024 -25 सत्र में लगभग 50 लाख का भुगतान कराया गया। सूत्रों का दावा है। इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बावजूद भी यदि पंचायतों का जिम्मेदारी से निरीक्षण किया जाए तो दर्जनों नल खराब दिखाई पड़ेंगे। नलों से दूषित पानी निकलता दिखाई पड़ेगा। सवाल यह है जब इतनी बड़ी रकम नल मरम्मत पर वेंडरों को भुगतान की गई। तो नलों से निकला हुआ पुराना सामान कहां गया? उक्त सचिव का प्रशासनिक रुतबा मजबूत होने के कारण शायद तीन वर्षों से अधिक होने पर भी कार्य प्रभार की पंचायतों एवं अतिरिक्त प्रभार एडीओ पंचायत की कुर्सी से स्थानांतरण करने में जिम्मेदारों के हाथ पांव कांपते नजर आ रहे हैं । अनियमितता और मठाधीसी मैं मदमस्त संभ्रांत और प्रतिष्ठित लोगों से शिष्टाचार भी करना सचिव संदीप कुमार की कार्यशैली में नहीं है। देखना यह है कि निरंतर संघर्षशील कर्मठ व ईमानदार खंड विकास अधिकारी द्वारा उक्त सचिव की पंचायत में हुए भ्रष्टाचार पर क्या कार्यवाही की जाएगी।