
कार्यक्रम महसी विधानसभा के थाना हरदी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा फत्तेपुरवा में हुआ। दैनिक भास्कर के अनुसार दैनिक भास्कर से बात करते हुए पास्टर संतोष कुमार जायसवाल ने दावा किया कि उन्होंने कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था और उनके पास क्रमांक संख्या भी है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन उन्हें कभी नहीं रोकता और उन्हें अनुमति की कोई आवश्यकता नहीं है।
बिना अनुमति के इतने बड़े आयोजन पर जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन या स्थानीय थाना हरदी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किया जाना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। गौरतलब है कि महसी विधानसभा में ईसाई धर्म का दायरा तेजी से बढ़ रहा है, जबकि यहां एक भी ईसाई परिवार या चर्च नहीं है।
पिछले कई वर्षों से विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्येक रविवार को प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही हैं। इन सभाओं के माध्यम से ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। आरोप है कि अनुसूचित जाति के अशिक्षित और गरीब लोगों को दवा, इलाज, बेहतर जीवन और धन-संपदा का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है।
यह मामला ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ कथित धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर भी सवाल खड़े करता है। प्रशासन की निष्क्रियता और बिना अनुमति के ऐसे बड़े आयोजनों से क्षेत्र में नई बहस छिड़ गई है।









