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जूनियर हाईस्कूल भिनगा में भारत नेपाल मैत्री महोत्सव कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन

मा0 सदस्य विधान परिषद, विधायक, जिलाध्यक्ष, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने द्वीप प्रज्वलित कर किया शुभारम्भ

श्रावस्ती । संस्कृति एवं पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित भारत नेपाल मैत्री महोत्सव कार्यक्रम का जनपद के जूनियर हाईस्कूल भिनगा के प्रांगण में भव्य आयोजन किया गया। जिसका  सदस्य विधान परिषद पद्मसेन चौधरी,  विधायक रामफेरन पाण्डेय,  जिलाध्यक्ष उदय प्रकाश त्रिपाठी, जिलाधिकारी कृतिका शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस दौरान कार्यक्रम में भारतीय एवं नेपाली कलाकारों द्वारा अपनी अपनी प्रस्तुतियां दी गई। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी लगाकर दोनों देशों की सभ्यता व संस्कृति से जुड़े धरोहरों, ऐतिहासिक व धार्मिक भवनों व खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया गया। जिसका मा0 सदस्य विधान परिषद, मा0 विधायक, मा0 जिलाध्यक्ष, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मा0 सदस्य विधान परिषद ने कहा कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव मित्रता की मिशाल कायम कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश के मा0 प्रधानमंत्री जी और प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री के नेतृत्व में श्रावस्ती सहित अन्य जिलों में यह महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिससे भारत और नेपाल के बीच संबंध और भी मजबूत होंगे है। साथ ही दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। विधायक ने कहा कि ने भारत नेपाल मैत्री महोत्सव दोनों देशों के संबंध को अद्वितीय बनायेगा। उन्होने कहा कि दूसरे देशों की तरह हमारे आपसी संबंध भौगोलिक और राजनीतिक कारणों से निर्धारित नहीं होते हैं। हमारे संबंधों का आधार सदियों पुराने सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आधार पर टिका हुआ है। इस महोत्सव का मकसद भारत और नेपाल के बीच सदियों पुराने सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक सेतु को मजबूत करना है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि दोनों देशों की एकता को संजोय रखने के लिए मैत्री महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिससे आने वाले समय में ये दुनिया के लिए एक मिशाल कायम होगा और दोनों के देशों के बीच आपसी समन्वय भी बेहतर हो सकेगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि 1950 मैत्री समझौते के बाद भी ऐसा कहा जाता है कि भारत-नेपाल की सांझी विरासत में इसकी नींव रखी गई थी। उच्च स्तरीय वार्ता एवं संसदीय वार्ता एवं रक्षा समझौतों को लेकर भी सांझी संस्कृतिक धरोहर भारत-नेपाल मैत्री का अभिन्न अंग है। रामायण से लेकर जातक कथाओं में विभिन्न कृतियों में इसका उल्लेख मिलता है। मैत्री महोत्सव भारत-नेपाल के सम्बन्धों को मजबूती दे रहा है। मैत्री महोत्सव का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच समृद्ध विरासत को संरक्षित करने एवं भाईचारे की भावना को प्रवाहित करना है। उन्होने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध मजबूत होगा। लोग एक-दूसरे की सभ्यता व संस्कृति से परिचित होंगे। जिससे दोनों देशों के बीच सम्बन्ध और बेहतर हो सकेंगे। नेपाल हमारा पड़ोसी देश होने के साथ-साथ हमारा अच्छा मित्र राष्ट्र भी है। इसलिए इन्ही सम्बन्धों को और उंचाई तक ले जाने के लिए यह महोत्सव आयोजित किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैत्री महोत्सव के माध्यम से दोनों देशों की सुरक्षा व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी। इससे दोनों राष्ट्र के बीच सांस्कृतिक समन्वय भी स्थापित हो सकेगा। उक्त अवसर पर अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी भिनगा पीयूष जायसवाल, निदेशक बौद्ध शोध संस्थान राकेश सिंह, सहायक निदेशक संस्कृति विभाग राजेश कुमार अहिरवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनीता वर्मा, प्रधानाचार्य जूनियर हाईस्कूल भिनगा, संस्कार भारती संस्था के जिला संयोजक दिनेश प्रताप सिंह, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि गिलौला प्रकाश चन्द्र, विनय तिवारी सहित भारी संख्या में विभिन्न विद्यालय से छात्र-छात्राएं व सीमा सुरक्षा बल के जवानों एवं दर्शक जन उपस्थित रहे।श्रावस्ती । संस्कृति एवं पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित भारत नेपाल मैत्री महोत्सव कार्यक्रम का जनपद के जूनियर हाईस्कूल भिनगा के प्रांगण में भव्य आयोजन किया गया। जिसका सदस्य विधान परिषद पद्मसेन चौधरी, विधायक रामफेरन पाण्डेय, जिलाध्यक्ष उदय प्रकाश त्रिपाठी, जिलाधिकारी कृतिका शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस दौरान कार्यक्रम में भारतीय एवं नेपाली कलाकारों द्वारा अपनी अपनी प्रस्तुतियां दी गई। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी लगाकर दोनों देशों की सभ्यता व संस्कृति से जुड़े धरोहरों, ऐतिहासिक व धार्मिक भवनों व खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया गया। जिसका मा0 सदस्य विधान परिषद, मा0 विधायक, मा0 जिलाध्यक्ष, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मा0 सदस्य विधान परिषद ने कहा कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव मित्रता की मिशाल कायम कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश के मा0 प्रधानमंत्री जी और प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री के नेतृत्व में श्रावस्ती सहित अन्य जिलों में यह महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिससे भारत और नेपाल के बीच संबंध और भी मजबूत होंगे है। साथ ही दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। विधायक ने कहा कि ने भारत नेपाल मैत्री महोत्सव दोनों देशों के संबंध को अद्वितीय बनायेगा। उन्होने कहा कि दूसरे देशों की तरह हमारे आपसी संबंध भौगोलिक और राजनीतिक कारणों से निर्धारित नहीं होते हैं। हमारे संबंधों का आधार सदियों पुराने सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आधार पर टिका हुआ है। इस महोत्सव का मकसद भारत और नेपाल के बीच सदियों पुराने सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक सेतु को मजबूत करना है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि दोनों देशों की एकता को संजोय रखने के लिए मैत्री महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिससे आने वाले समय में ये दुनिया के लिए एक मिशाल कायम होगा और दोनों के देशों के बीच आपसी समन्वय भी बेहतर हो सकेगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि 1950 मैत्री समझौते के बाद भी ऐसा कहा जाता है कि भारत-नेपाल की सांझी विरासत में इसकी नींव रखी गई थी। उच्च स्तरीय वार्ता एवं संसदीय वार्ता एवं रक्षा समझौतों को लेकर भी सांझी संस्कृतिक धरोहर भारत-नेपाल मैत्री का अभिन्न अंग है। रामायण से लेकर जातक कथाओं में विभिन्न कृतियों में इसका उल्लेख मिलता है। मैत्री महोत्सव भारत-नेपाल के सम्बन्धों को मजबूती दे रहा है। मैत्री महोत्सव का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच समृद्ध विरासत को संरक्षित करने एवं भाईचारे की भावना को प्रवाहित करना है। उन्होने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध मजबूत होगा। लोग एक-दूसरे की सभ्यता व संस्कृति से परिचित होंगे। जिससे दोनों देशों के बीच सम्बन्ध और बेहतर हो सकेंगे। नेपाल हमारा पड़ोसी देश होने के साथ-साथ हमारा अच्छा मित्र राष्ट्र भी है। इसलिए इन्ही सम्बन्धों को और उंचाई तक ले जाने के लिए यह महोत्सव आयोजित किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैत्री महोत्सव के माध्यम से दोनों देशों की सुरक्षा व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी। इससे दोनों राष्ट्र के बीच सांस्कृतिक समन्वय भी स्थापित हो सकेगा।
उक्त अवसर पर अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी भिनगा पीयूष जायसवाल, निदेशक बौद्ध शोध संस्थान राकेश सिंह, सहायक निदेशक संस्कृति विभाग राजेश कुमार अहिरवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनीता वर्मा, प्रधानाचार्य जूनियर हाईस्कूल भिनगा, संस्कार भारती संस्था के जिला संयोजक दिनेश प्रताप सिंह, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि गिलौला प्रकाश चन्द्र, विनय तिवारी सहित भारी संख्या में विभिन्न विद्यालय से छात्र-छात्राएं व सीमा सुरक्षा बल के जवानों एवं दर्शक जन उपस्थित रहे।

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